राजधानी में 72 साल बाद सितंबर महीने में 1 दिन में 5.75 इंच बारिश का रिकॉर्ड बना. इससे पहले 2 सितंबर 1947 को भोपाल में 1 दिन में 9.18 इंच बारिश हुई थी, जो सितंबर महीने में एक दिन में हुई अब तक की सबसे ज्यादा बारिश है.
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भोपालः राजधानी में 72 साल बाद सितंबर महीने में 1 दिन में 5.75 इंच बारिश का रिकॉर्ड बना. इससे पहले 2 सितंबर 1947 को भोपाल में 1 दिन में 9.18 इंच बारिश हुई थी, जो सितंबर महीने में एक दिन में हुई अब तक की सबसे ज्यादा बारिश है. रविवार और सोमवार को हुई बारिश के बाद मौजूदा मॉनसून सीजन के कुल बारिश का आंकड़ा 58.38 इंच हो गया है. जो भोपाल की औसत सामान्य बारिश से 15.61 इंच ज्यादा है. जबकि साल 2016 में कुल बारिश 57.63 से करीब एक इंच अधिक है. मॉनसून की विदाई में अभी करीब 20 दिन का समय बाकि है.
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव की मानें तो आने वाले दिनों में भोपाल और प्रदेश के अन्य दूसरे शहरों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है, जिससे लोगों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए इस दौरान लोगों और प्रशासन को सतर्क रहना होगा. साथ ही निचले इलाके में रहने वाले लोगों को और भी सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि इन इलाकों में जलभराव का खतरा सबसे अधिक रहता है और इन क्षेत्रों में अन्य क्षेत्रों का पानी भी भरने लगता है.
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इन 10 जिलों में 50 फीसदी से अधिक बारिश
बता दें प्रदेश के 10 जिलों में अब तक 50 फीसदी से ज्यादा बारिश हुई है, जिनमें मंदसौर, नीमच, भोपाल, रतलाम, शाजापुर, बड़वानी, झाबुआ, खंडवा, गुना और रायसेन जिलों में 50% से अधिक बारिश हो चुकी है. इन इलाकों में अभी भी स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है और कई इलाकों में लोगों को बाढ़ जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है. जिसके चलते अलर्ट जारी होने के बाद ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था.
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इन 10 जिलों में सामान्य से कम बारिश
जहां एक तरफ प्रदेश के इन जिलों में 50 फीसदी ज्यादा बारिश हुई, वहीं सीधी, सतना, शहडोल,कटनी, पन्ना, बालाघाट, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी और टीकमगढ़ इन जिलों में पांच से 29% तक कम बारिश हुई है. जिससे यहां गर्मी के मौसम में स्थिति बिगड़ने की आशंका है. हालांकि मौसम विभाग ने आने वाले समय में बारिश की संभावना जताई है.
यहां सबसे कम बारिश
बता दें प्रदेश के जिन शहरों में सबसे कम बारिश हुई है, उनमें सीधी और शहडोल शामिल हैं. इन क्षेत्रों में प्रदेश की सबसे कम बारिश दर्ज की गई है. ऐसे में जहां सीधी में 29% तो शहडोल में 23% कम बारिश रिकॉर्ड हुई है.
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यहां सबसे ज्यादा बारिश
मंदसौर नीमच में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. मंदसौर की सामान्य औसत बारिश 71.69 सेंटीमीटर है, लेकिन अब तक कुल 155.69 सेंटीमीटर बारिश हो चुकी है जो 117% अधिक है. जबकि नीमच की सामान्य औसत बारिश 68. 41 सेंटीमीटर है, लेकिन अब तक यहां 128. 6 7 सेंटीमीटर बारिश हो चुकी है, जो 88 अधिक है.