पुरानी तिजोरी से निकला सिंधिया स्टेट टाइम का खजाना, बेशकीमती चीजें देख उड़े होश
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1822066

पुरानी तिजोरी से निकला सिंधिया स्टेट टाइम का खजाना, बेशकीमती चीजें देख उड़े होश

Gwalior News:  ग्वालियर के महाराज बाड़ा स्थित नगर निगम के पुराने मुख्यालय के दो लॉकर को महापौर डॉ. शोभा सिकरवार और सभापति मनोज तोमर के सामने निगम की टीम ने शुक्रवार को खोला. जिसके खुलने के बाद सभी के होश उड़ गए.

पुरानी तिजोरी से निकला सिंधिया स्टेट टाइम का खजाना, बेशकीमती चीजें देख उड़े होश

ग्वालियर: ग्वालियर नगर निगम (Gwalior Nagar Nigam) की पुरानी तिजोरियां खुली तो उसमें मिले बेशकीमती खजाना देखकर अधिकारी और कर्मचारी सभी हैरान रह गए. दरअसल निगम की पुरानी तिजोरियों से सिंधिया स्टेट टाइम का खजाना निकला है. जिसमें रत्न, हार, बांसुरी सहित जेवरात निकले हैं.

बता दें कि लॉकर से निकलीं बेशकीमती सामग्री का अब नगर निगम जौहरी से परीक्षण करवाएगा. ग्वालियर में नगर निगम  महापौर श्रीमती शोभा सिकरवार, सभापति मनोज तोमर, नेता प्रतिपक्ष हरिपाल और निगम के अपर आयुक्त आर के श्रीवास्तव आदि की मौजूदगी में  दोनों लॉकर खोले गए. जिसकी वीडियो और फोटोग्राफी भी करवाई गई है. ये दोनों लॉकर  महाराज बाड़ा स्थित नगर निगम के पुराने मुख्यालय में रखे हुए थे.

तिजोरियों से निकला ये सामान
- तीन जरी हार
- सिंधिया स्टेट के 4 रत्न
- 4 बांसुरी
- इसके अलावा लॉकर में मिला गुमंद के ऊपर का हिस्सा, जिस पर सोने का पत्र चढ़ा है.
- 1 तराजू, 1 पल्ला, बांट ( सेर, सवासेर )
-  7 सिंधिया स्टेट टाइम की सीलें
- माचिस की डिब्बी के अंदर रखे थे 4 अनमोल रत्न.

Khandwa News: भागने में फेल हुई 'लूटेरी दुल्हन', दूल्हे ने पीछा कर पकड़ा

पुराने लॉकर से मिले इतने बेशकीमती सामान की सूची तैयार कर पंचनामा बनाया गया है. सामान को लॉकर में सुरक्षित रख दिया गया है. जल्द ही बेशकीमती सामान का जौहरी से परीक्षण करवाया जाएगा.  इसके बाद ही बैंक में सुरक्षित रखवाया जाएगा. गौरतलब है कि बहुमूल्य सामान सिंधिया स्टेट काल का है. जो 200 से 250 साल पुराना बताया जा रहा है.

अभी तक क्यों नहीं खुले लॉकर?
दरअसल नगर निगम दफ्तर वर्तमान में सिटी सेंटर स्थित नई बिल्डिंग में संचालित हो रहा है. इससे पहले नगर निगम का संचालन महाराज बाड़ा स्थित पुराने नगर निगम मुख्यालय से किया जाता था. इसी पुराने मुख्यालय में काफी लंबे समय से दो तिजोरियां मौजूद है, लेकिन उसे खोला नहीं गया था. 

रिपोर्ट- प्रियांशु यादव

Trending news