Harsud Vidhan Sabha Seat: निमाड़ में बीजेपी का अभेद किला है ये सीट, 33 सालों से यहां कांग्रेस को जीत का इंतजार
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Harsud Vidhan Sabha Seat: निमाड़ में बीजेपी का अभेद किला है ये सीट, 33 सालों से यहां कांग्रेस को जीत का इंतजार

Harsud Vidhan Sabha Seat:  हरसूद विधानसभा सीट को भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता है. क्योंकि यहां बीजेपी पिछले 33 सालों से जीतती आ रही है. यहां पर आदिवासी गोंड और कोरकू समाज के वोटर्स निर्णायक भूमिका निभाते हैं. 

Harsud Vidhan Sabha Seat: निमाड़ में बीजेपी का अभेद किला है ये सीट, 33 सालों से यहां कांग्रेस को जीत का इंतजार

Harsud Vidhan Sabha Seat: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान कभी भी हो सकता है. ऐसे में राजनीतिक दल एक-एक विधानसभा सीट पर तैयारियों में जुटे हैं. निमाड़ क्षेत्र में आने वाली हरसूद विधानसभा सीट को भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता है. क्योंकि यहां बीजेपी पिछले 33 सालों से जीतती आ रही है. यहां पर आदिवासी गोंड और कोरकू समाज के वोटर्स निर्णायक भूमिका निभाते हैं. फिलहाल यहां भाजपा के कुंवर विजय शाह विधायक हैं.

हरसूद सीट का जातिगत समीकरण
इस विधानसभा सीट की खास बात ये है कि यहां चुनाव से पहले विकास के मुद्दों पर खूब बहस होती है, लेकिन चुनाव आते-आते इस सीट पर जातिगत मुद्दे काफी हावी हो जाते हैं. हरसूद की विधानसभा सीट एक आरक्षिक विधानसभा सीट है. यहां पर आदिवासी गोंड और कोरकू समाज के मतदाता सबसे ज्यादा है. हालांकि यहां कुछ सामान्य वर्ग के वोटर्स भी हैं.

हरसूद क्षेत्र में मतदाता - 2 लाख 17,900 मतदाता
पुरुष - 1 लाख 500
महिला मतदाता - 1 लाख 5 हजार 1100
कोरकू मतदाता - 90 हजार 
वहीं इसके अलावा क्षेत्र में ब्राह्मण, राजपूत और यादव, बंजारा, मुस्लिम वर्ग सहित अन्य मतदाता हैं.

BJP का मजबूत किला है निमाड़ की ये सीट, 1985 में कांग्रेस को मिली आखिरी जीत, जानिए राजनीतिक समीकरण

हरसूद सीट का राजनीतिक इतिहास
हरसूद की सीट 1977 में अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए रिजर्व घोषित हुई थी. तब कांग्रेस इस सीट पर 1985 में जीत हासिल कर पाई थी. तभी से कांग्रेस को यहां पर जीत नहीं मिली है. हरसूद की विधानसभा सीट से विजय शाह 7वीं बार विधायक है. विजय शाह यहां से अजेय हैं, ऐसा कहा जाता है कि वो जब भी यहां से लड़ेंगे जीतेंगे ही. पिछले 14 चुनावों की बात करें तो 8 बार भाजपा, 3-3 बार कांग्रेस व स्वतंत्र पार्टी हरसूद में विजय रही है. 

विजय शाह का मजबूत किला हरसूद
बता दें कि 1990 से लगातार ही यहां से बीजेपी जीतती आ रही है. भाजपा के कुंवर विजय शाह यहां के विधायक हैं. उसके बाद 1993, 1998, 2003, 2008, 2013 और 2018 विजय शाह हरसूद से विधानसभा से विधायक है. शाह भाजपा के लिए एक ऐसा चेहरा बनकर उभरे हैं, जिनकों हराने का फॉर्मूला अभी तक कांग्रेस ढूंढ नहीं पाई है. विजय शाह पहली बार मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के मंत्रिमंडल में शामिल हुए, उसके बाद वो शिवराज सरकार के मंत्रीमंडल में शामिल रहे.

साल 2018 में क्या रहा परिणाम
साल 2018 में विधानसभा चुनाव में हरसूद विधानसभा सीट पर विजय शाह ने जीत हासिल की थी. इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को 61607 वोट और बीजेपी प्रत्याशी को 80556 वोट मिले थे. विजय शाह ने 18,949  वोट से हराया था.

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