कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट से जारी जंग में मजबूत इम्यूनिटी (Strong Immunity) ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है. ये जितनी मजबूत होगी, हमारे शरीर के लिए वायरस का मुकाबला करना उतना ही आसान हो जाएगा. इसलिए जरूरी है हम सभी अपने खानपान पर ध्यान दें और हेल्दी डाइट लेना शुरू करें. आइए एक्सपर्ट्स से जानें किन-किन चीजों को खाने से इम्यूनिटह जल्दी स्ट्रांग होती है...
हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि कोरोना से बचाव या जल्दी रिकवरी के लिए 3 चीजें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. इसमें विटामिन-सी (Vitamin C), विटामिन-डी (Vitamin D) और जिंक (Zinc) का नाम शामिल है. इन तीनों चीजों को सही मात्रा में समयानुसार खाने से इम्यूनिटी को बूस्ट मिलता है और लोगों के बीमार होने का खतरा काफी कम हो जाता है. इन्हें बढ़ाने के कई तरीके हैं. आइए जानें क्या हैं वे.
Green Tea में एंटीऑक्सिडेंट के साथ ही कैटेचिन नाम का पॉलिफेनॉल पाया जाता है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है. इसके अलावा इसमें एंटी-माइक्रोबियल प्रॉपर्टीज भी होती हैं, जो बैक्टीरिया और वायरस को बढ़ने से रोकती हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रोजाना 2 कम ग्रीन टी पीने से आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होगा.
ग्रीन टी की तरह काढ़ा के इस्तेमाल भी कोरोना काल में काफी बढ़ गया है. मार्केट में मिलने वाले इसके टी-बैग की शॉटेज होने लगी है. क्योंकि इसे पीने पर खांसी-जुकाम में राहत महसूस होती है. हालांकि काढ़ा पीने से गले में खराश, कमजोर इम्यूनिटी, शरीर के अंदर गर्माहट महसूस न होना जैसी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं. लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स गर्मियों में ज्यादा काढ़ा नहीं पीने की सलाह देते हैं, लेकिन आप हफ्ते में 3 बार इसका सेवन कर सकते हैं. वहीं जिन लोगों के पेट में अल्सर है, किडनी की समस्या है, या पाइल्स है उन्हें इसका सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
कोरोना की दूसरी लहर के चलते अधिकतर ऑफिसों में दोबारा वर्क फ्रॉम होम शुरू हो गया है. ऐसे में घर की छत या बालकनी में धूप के वक्त कुछ समय जरूर बिताएं. इस दौरान आप ऑफिस का काम कर सकते हैं या अपनी पंसद की किताबें पढ़ सकते हैं या चहलकदमी कर सकते हैं. धूप में वक्त बिताना इसलिए जरूरी है क्योंकि धूप हमारे शरीर में मौजूद इंफेक्शन से फाइट में मदद करनेवाली टी-सेल्स को एनर्जी देने का काम करती है. बताते चलें कि विटामिन-डी का 80 फीसदी हिस्सा हमें धूप से मिलता है, जबकि डाइट से सिर्फ 20 फीसदी हिस्सा ही मिल पाता है.
शरीर में विटामिन डी की मात्रा को बढ़ाने के लिए आप सब्जियां, फलों में ब्रोकली, बादाम, दूध, अंडा, मशरूम आदि का सेवन कर सकते हैं. वहीं मार्केट में सप्लिमेंट के तौर पर कुछ सैशे, गोलियां, सिरप, ऑयल, इंजेक्शन भी मौजूद हैं. लेकिन इनका प्रयोग हमें सिर्फ कैल्शियम सैच्युरेशन अचानक कम या बहुत कम होने पर ही करना चाहिए. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 18 साल तक के बच्चों को रोजाना 800 से 1000 IU विटामिन-डी की जरूरत होती है, जबकि एडल्ट्स को 60000 IU विटामिन-डी की मात्रा हर हफ्ते लेनी होती है.
जुकाम, बुखार, थकावट कोरोना के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं. ये शरीर में विटामिन सी की कमी कर देते हैं. इसलिए हर शख्स को विटामिन सी के सबसे अच्छे सोर्स कहे जाने वाले आंवला, पपीता, अमरूद, पका हुआ आम और पालक का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा आप रोजाना 65 से 90 MG विटामिन-सी की गोलियां खा सकते हैं. ये चीजें हमारे शरीर में एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में काम करती हैं और बैक्टीरिया को खत्म कर देती हैं. इसके साथ ही रेड ब्लड सेल की संख्या में बढ़ोतरी होने लगती है. साथ ही ये थकावट को दूर कर हमारे शरीर को पूरे दिन ऐक्टिव रखने में मदद करती है.
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आपको भरपूर मात्रा में जिंक लेना जरूरी है. ये किसी भी तरह की बीमारी से जल्दी रिकवरी में मदद करता है. डॉक्टरों के अनुसार, आप ड्राई फ्रूट्सजिंक, बादाम, रोस्टेड मूंगफली, कद्दू के बीज, ओट्स, दलिया, अखरोट आदि रोजाना खाने से जिंक की मात्रा बढ़ जाती है और आपका शरीर किसी भी बीमारी से लड़ने या उससे जल्द रिकवर करने के सक्षम हो जाता है. इसके अलावा आप बाजार से 10 mg की जिंक की गोली खरीदकर भी खा सकते हैं. रोजाना तीन महीने तक गोलियों का सेवन आपके लिए पर्याप्त होगा.
कोरोना मरीजों को सुबह 8 बजे से 9 बजे के बीच नाश्ता कर लेना चाहिए. इसमें वे दलिया, उबली हुई दालों की सलाद, साबुत अनाज, 1 या 2 अंडे का एग रॉल और टमाटर की चटनी, आटे वाली ब्रेड, दूध और स्प्राउट्स खा सकते हैं. जानकारों के अनुसार, प्रोटीन से हमारे शरीर को L-Arginine अमीनो एसिड मिलता है, जो हमारे शरीर में हेल्पर टी-सेल्स को जनरेट करने में मदद करता है. ये टी-सेल्स हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली सेल्स को एनर्जी देती हैं.
अच्छी नींद हमारे शरीर को इम्यून सेल्स के डिस्ट्रिब्यूशन में मदद करती है. यानी नींद के वक्त हमारे इम्यूनिटी सिस्टम के लिए इंफेक्शन वाली जगह खोजकर वहां इम्यून सेल्स को पहुंचाना आसान हो जाता है. फिर ये इम्यून सेल उन वायरस को खत्म करने का काम करती हैं. इस तरह से नींद शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जो बैक्टीरिया हमारे शरीर में एंट्री ले चुका है, उसे खत्म करने के लिए किस तरह की ऐंटिबॉडीज का निर्माण शरीर को करना चाहिए, यह पहचानने में नींद बहुत मदद करती है.
(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें. Zee News इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है)
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