एक दोस्त पाकिस्तान और दूसरा चीन के खिलाफ मोर्चा संभालेगा.
आज 13 जून को इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA) देहरादून में पासिंग आउट परेड हुई. जिसमें भारतीय सेना को कुल 333 अधिकारी मिल गए. इन नए अधिकारियों में दो दोस्तों की कहानी सामने आई है. इन दोनों ने मुंबई में कॉलेज की पढ़ाई साथ में की और इत्तेफाक से IMA में भी इन दोनों को एक ही कंपनी मिली.
लेकिन अब इन दो दोस्तों में से एक की पोस्टिंग कश्मीर में और दूसरे की सिक्किम में हुई है. यानी एक दोस्त पाकिस्तान और दूसरा चीन के खिलाफ मोर्चा संभालेगा.
पासिंग आउट परेड में कुल 423 कैडेट्स शामिल हुए. जिनमें से 333 कैडेट्स भारतीय सेना के अधिकारी बनेंगे और 90 विदेशी कैडेट्स हैं.
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कैडेट्स से सलामी ली और कहा कि देश के सामने सुरक्षा की चुनौतियां हैं. जवान अपने परिवार का नाम ऊंचा करेंगे. सभी कैडेट्स जाति, धर्म से ऊपर उठकर देश की सेवा करें.
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने परेड देखने नहीं आ पाए कैडेट्स के माता-पिता से कहा कि कल तक ये आपके बच्चे थे, अब कल से ये हमारे हैं. आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. बता दें कि आज IMA ही कैडेट्स का परिवार बना. कोरोना की वजह से कैडेट्स के परिवार पासिंग आउट परेड देखने नहीं आ पाए.
कोरोना की वजह से कैडेट्स के माता-पिता परेड देखने इंडियन मिलिट्री एकेडमी नहीं आ पाए. उन सभी ने अपने घर से ही टीवी या मोबाइल के माध्यम से पासिंग आउट परेड को देखा. कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कैडेट्स ने आपस में 2 गज की दूरी बनाए रखी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया.
इंडियन मिलिट्री एकेडमी, देहरादून में आज पासिंग आउट परेड की सुबह आसमान में काले बादल छा गए और बारिश भी हुई. बारिश के दौरान भी परेड का कार्यक्रम चलता रहा. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बारिश के दौरान परेड को चालू रखा जाता है, अगर किसी भी वजह से परेड कैंसिल करनी पड़े या अंदर ले जानी पड़े तो उसे इंडियन मिलिट्री एकेडमी की मान्यता के अनुसार अपशकुन माना जाता है.
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