एच डी देवेगौड़ा को बीजेपी उम्मीदवार जी एस बासवराज के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
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बेंगलुरु: कर्नाटक में लोकसभा चुनाव में जेडीएस के इकलौते विजेता रहे प्रज्वल रेवन्ना ने शुक्रवार को घोषणा की है कि वह अपने दादा एवं पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के लिए अपनी सीट छोड़ना चाहते हैं. देवेगौड़ा को बीजेपी उम्मीदवार जी एस बासवराज के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
पीडब्ल्यूडी मंत्री एच डी रेवन्ना के बेटे और मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के भतीजे प्रज्वल तुमकुर लोकसभा सीट से अपने 87 वर्षीय दादा की हार से काफी दुखी हैं.
प्रज्वल ने कहा, ‘मैंने फैसला लिया है जो मैंने देवेगौड़ा, हासन के लोगों और वरिष्ठ नेताओं तथा हमारे पार्टी कार्यकर्ता के सामने रखा. मैं ‘विजयोत्सव’ मनाने के वास्ते उनके (देवेगौड़ा) लिए मार्ग प्रशस्त करते यह सीट खाली करना चाहता हूं.’
Prajwal Revanna, JD(S) leader&grandson of HD Dewe Gowda, who won from Hassan: To reinstate confidence of the JD(S) cadre, we have to fill the gap left by the defeat of HD Devegowda,therefore,I've decided to tender my resignation. I want him to be victorious once again from Hassan pic.twitter.com/fuBzwQKwDh
— ANI (@ANI) May 24, 2019
देवेगौड़ा से मिलने के लिए मांगा समय
अपने दादा की हार से निराश प्रज्वल ने हासन में पत्रकारों से कहा कि उन्होंने देवेगौड़ा से मिलने का समय मांगा है और वह उन्हें तथा पार्टी के अन्य नेताओं को उनके इस्तीफे के लिए मनाएंगे. अभी जेडीएस नेतृत्व की ओर से इसके बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
चुनावी परिणाम में उनके चचेरे भाई और कुमारस्वामी के बेटे निखिल को निर्दलीय उम्मीदवार सुमालता के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा. निर्दलीय उम्मीदवार को बीजेपी का समर्थन हासिल था.
बीजेपी ने कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों में 25 पर जीत दर्ज की. सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और जेडीएस को एक-एक सीट मिली.