Corona के 90 फीसदी मामलों में बाहरी Oxygen की आवश्यकता नहीं, घर में करें ये उपाय
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Corona के 90 फीसदी मामलों में बाहरी Oxygen की आवश्यकता नहीं, घर में करें ये उपाय

कोरोना (Covid Latest Update) के 90 प्रतिशत तक मरीजों का घर पर बिना ऑक्सीजन के इलाज किया जा सकता है. 

फाइल फोटो

Jaipur : कोविड की दूसरी लहर में ऑक्सीजन (Oxygen) की मांग तेजी से बढ़ी है. राजस्थान सरकार (Rajasthan Government News) और प्रशासन की तरफ से ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी न पड़ने देने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन ये भी देखने में आ रहा है कि जिन मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है, उनके द्वारा भी इसकी मांग बारंबार की जा रही है. वास्तव में कोविड-19 महामारी में ऑक्सीजन की उपयोगिता कितनी है, किस स्तर के मरीजों को इसकी सर्वाधिक आवश्यकता है और किन मरीजों को कितनी मात्रा में आवश्यकता होती है, इस बारे में वरिष्ठ चिकित्सकों की राय हमने जानी.

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कोरोना (Covid Latest Update) के 90 प्रतिशत तक मरीजों का घर पर बिना ऑक्सीजन के इलाज किया जा सकता है. कोरोना संक्रमण के 90 प्रतिशत तक मामले मामूली संक्रमण के होते हैं. डॉक्टर की सलाह से इनका बिना ऑक्सीजन चढ़ाए घर पर ही इलाज किया जा सकता है. पल्स ऑक्सीमीटर द्वारा रक्त में ऑक्सीजन का स्तर मापा जा सकता है. यदि ऑक्सीजन का स्तर 92 प्रतिशत से अधिक है तो बाहर से ऑक्सीजन लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. इससे कम है तो रोगी को धीरे-धीरे लंबी सांस लेने को कहें. उसकी पीठ थपथपाएं ताकि कफ जमा हो तो बाहर निकल जाए. रोगी को पेट के बल लिटाएं. इससे ऑक्सीजन स्तर में 5 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हो जाती है.

प्रोन पॉजीशनिंग, सीटिंग या सेमी सीटिंग से भी बढ़ा सकते हैं ऑक्सीजन लेवल
लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा माइल्ड एवं असिंप्टेमैटिक मरीज बिना बाहरी ऑक्सीजन चढ़ाए ही ठीक हो सकते हैं. ऑक्सीजन की आवश्यकता सेचुरेशन लेवल 90 प्रतिशत से कम होने पर ही होती है. निम्न तरीके अपना कर ऑक्सीजन की बर्बादी को रोका जा सकता है.

मरीज का सेचुरेशन लेवल 90 प्रतिशत से कम होने पर शुरुआत में ऑक्सीजन नेजल प्रॉन्क द्वारा 2 से 3 लीटर/मिनट दें. बाद में आवश्यकता बढ़ने पर इसे 6 लीटर/मिनट किया जा सकता है और अधिक आवश्यकता बढ़ने पर रीब्रीदिंग मास्क द्वारा 5 से 10 लीटर/मिनट दी जा सकती है. इससे भी अधिक आवश्यकता पड़ने पर नोन ब्रीदिंग मास्क द्वारा 10 से 12 लीटर/मिनट ऑक्सीजन दी जा सकती है. सेचुरेशन लेवल 90 प्रतिशत से कम आने पर रूम एयर पर एचएनएफसी या एनआईवी का उपयोग भी किया जा सकता है.

रोगी को प्रोन पॉजीशनिंग (Prone positioning), सीटिंग या सेमी सीटिंग के जरिए भी ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है. उपरोक्त विधियां कारगर न होने पर वेंटीलेटर का उपयोग करना चाहिए.

ऑक्सीजन लेवल 94 से ऊपर होने पर सीटी स्कैन की आवश्यकता नहीं
99 प्रतिशत रोगी 5-7 दिन के बुखार-जुकाम के बाद ठीक हो जाते हैं. ये रोग प्रथम लक्षण आने के 6-7 दिन तक संक्रामक होता है. अगर ऑक्सीजन लेवल 94 से ऊपर है तो सीटी स्कैन की आवश्यकता नहीं है. बीमारी के पहले 7 से 8 दिन तक स्टेरॉयड नहीं लेना चाहिए.

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