Jaipur News: राशन की दुकानों पर मिलेंगे छोटू और मुन्ना, उचित मूल्य पर दुकानों से होगा छोटे गैस सिलेंडरों का वितरण
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2255573

Jaipur News: राशन की दुकानों पर मिलेंगे छोटू और मुन्ना, उचित मूल्य पर दुकानों से होगा छोटे गैस सिलेंडरों का वितरण

Rajasthan News: राजस्थान में अब राशन की दुकानों पर दो और पांच किलो के एलपीजी सिलेंडर बेचने की कवायद शुरू हो गई है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को केरल की तर्ज पर राजस्थान में राशन की दुकानों पर 5 किलो का छोटू और 2 किलो का मुन्ना गैस सिलेंडर बेचने के लिए प्रस्ताव भेजा है.

 

Jaipur News

Rajasthan News: राजस्थान में अब राशन की दुकानों पर दो और पांच किलो के एलपीजी सिलेंडर बेचने की कवायद शुरू हो गई है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को केरल की तर्ज पर राजस्थान में राशन की दुकानों पर 5 किलो का छोटू और 2 किलो का मुन्ना गैस सिलेंडर बेचने के लिए प्रस्ताव भेजा है. जिसके बाद राज्य सरकार के खाद्य विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पांच शहरों में शुरू करने की कवायद शुरू कर दी हैं.

राशन की दुकानों पर छोटू और मुन्ना की ब्रिकी

प्रदेश में राशन की दुकानों पर जल्द छोटू और मुन्ना का भी वितरण किया जाएगा. हैरान मत होइए यहां छोटू का मतलब 5 किलो का एलपीजी सिलेंडर और मुन्ना का मतलब हैं 2 किलो का सिलेंडर यदि सबकुछ ठीक रहा तो केरल की तर्ज पर प्रदेश में राशन की दुकानों पर छोटू और मुन्ना छोटा सिलेंडर मिलेगा. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड दो मिनी रसोई गैस सिलेंडर छोटू के नाम से 5 किलो और मुन्ना के नाम से 2 किलो का सिलेंडर राशन की दुकानों पर उपलब्ध करवाएगा. 

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग उपायुक्त आशीष कुमार ने बताया कि आइओसीएल ने उचित मूल्य दुकानों पर 5 और 2 किलो के एलपीजी गैस सिलेंडर की बिक्री के संबंध में खाद्य विभाग को प्रस्ताव भेजा है. जिसमें उचित मूल्य दुकानदारों को गैस सिलेंडर की बिक्री पर कमीशन के रूप में अतिरिक्त आय प्राप्त होगी. पायलट प्रोजेक्ट के रूप प्रदेश के जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर और सीकर से इसकी शुरुआत होगी. 

यह भी पढ़ें- अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान, पीक आवर्स में एक्सचेंज से भी नहीं हो पा रहा...

प्रवासी श्रमिकों और स्टूडेंट्स की आवश्यकता को देखते हुए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने जिला रसद अधिकारियों से अर्बन और सेमी अर्बन क्षेत्र के इच्छुक उचित मूल्य दुकानदारों का चयन कर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 100 डीलर्स की सूची मांगी है. छोटू के नाम से 5 किलो और मुन्ना के नाम से 2 किलो का सिलेंडर किसी भी सरकारी पहचान पत्र से प्राप्त किए जा सकेंगे. आधारकार्ड और राशनकार्ड की अनिवार्यता नहीं है. 

राशन डीलर्स की बढेगी इनकम लेकिन घरेलू सिलेंडर से छोटू-मुन्ना में महंगी गैस

राशन डीलर्स को 5 किलो एलपीजी सिलेडर के लिए 31 रुपए और 18 प्रतिशत जीएसटी कुल 36.58 रूपए का कमीशन मिलेगा. इसी तरह 2 किलो मुन्ना सिलेंडर के लिए 15 रुपए और 18 प्रतिशत जीएसटी कुल 17.70 रुपए कमीशन दिया जाएगा. राशन डीलर अधिकतम 100 किलो एलपीजी यानि कि 5 किलो ग्राम के 20 सिलेंडर और 2 किलो ग्राम के 50 सिलेंडर का भंडारण कर सकेगा. 

हालांकि पांच किलो और दो किलो दोनों मिनी सिलेंडरों की रिफलिंग घरेलू सिलेंडर की तुलना में महंगी पड़ेगी. वर्तमान में 14.2 किलो का घरेलू गैस सिलेंडर 806.50 रुपए में मिल रहा है. यानि की 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर में एक किलो गैस 56.71 रूपए प्रति किलो मिलती है, जबकि पांच किलो के छोटू गैस सिलेंडर की रेट 457 रुपए हैं. यानि की रिफलिंग करवाने पर छोटू के सिलेंडर में एक किलोग्राम गैस 91.40 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से मिलेगी. इसी तरह 2 किलो के मुन्ना सिलेंडर की रेट 203 रुपए हैं. 

यानि कि दो किलो के सिलेंडर में एक किलो गैस रिफीलिंग कराने पर 101.50 भुगतान करना पड़ेगा. आदेश के मुताबिक पांच किलो का सिलेंडर, रेगुलेटर और सुरक्षा पाइप लेने के लिए 1678.50 रुपए का भुगतान करना होगा. जिसके लिए 1401.50 रुपए एफटीएल सिलेंडर विथ एलपीजी, रेगुलेटर के 177 रुपए और सुरक्षा गैस पाइप के 100 रुपए देने होंगे. इसी तरह दो किलो गैस सिलेंडर के लिए एफटीएल सिलेंडर विथ एलपीजी 911 रुपए, रेगुलेटर के 177 रुपए, गैस पाइप 100 सहित 1188 रुपए का भुगतान करना होगा. 

प्रवासी मजदूरों और स्टूडेंट्स के लिए फायदा

इंडियन ऑयल तेल कंपनी और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों का मानना है कि प्रदेश भर में प्रवासी मजदूर रोजगार के लिए आते हैं. ऐसे में उन्हें भोजन बनाने के लिए आनन-फानन में गैस की व्यवस्था करनी होती है. गैस कनेक्शन या गैस टंकी प्राप्त करने में प्रवासियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है. इस दौरान मजबूरी में आर्थिक मार भी सहनी पड़ती है. 

यह भी पढ़ें- Sikar News: रींगस में दर्दनाक हादसा, छुट्टी पर आए सैनिक की पत्नी संग मौत, 7 घायल

छोटू व मुन्ना योजना से प्रवासियों को सीमित गैस सिलेंडर का लाभ मिलेगा. इसी तरह स्टूडेंट्स भी हैं जो दूसरे राज्य से पढ़ाई करने के लिए राजस्थान के अलग-अलग जिलों में निवास कर रहे हैं. उनके लिए भी सहूलियत रहेगी. खाद्य विभाग के उपायुक्त आशीष कुमार का कहना है कि राशन डीलर्स को छोटे गैस सिलेंडर की ब्रिकी करने के लिए इंडियन ऑयल की मोबाइल एप को डाउनलोड कर रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. इसी के माध्यम से सिलेंडर की ब्रिकी की जाएगी. 

जिला रसद अधिकारी को ऐसी उचित मूल्य की दुकान चिह्नित करनी होगी जो आईओसीएल की गैस एजेंसी के नजदीक हों. इसके अतिरिक्त कोई डीलर गैस सिलेंडर को बेचना चाहता हो तो वह भी आवेदन कर सकेगा. इसके लिए गैस एजेंसी और उचित मूल्य की दुकान के बीच एमओयू होगा. जिसमें एजेंसी की ओर से उचित मूल्य की दुकान पर सिलेंडर भेजा जाएगा. आईओसीएल द्वारा दुकानदार को सुरक्षा सहित बेचान करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.

बहरहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राशन की दुकानों पर छोटू और मुन्ना नाम के दो किलो और पांच किलो के सिलेंडर ब्रिकी की तैयारी तो की जा रही है. लेकिन राशन डीलर्स की सहमति भी जरूरी है, क्योंकि सबसे पहली बात तो इसके भंडारण के लिए राशन की दुकानों में जगह होना जरूरी है. फिर इन सिलेंडरों की सेफ्टी की जिम्मेदारी भी उतनी ही जरूरी है. अधिकतर दुकानें आबादी वाले इलाकों में हैं.

Trending news