Jhalawar: झालावाड़-सांसद दुष्यंत सिंह का दौरा, जिला स्तरीय बैठक में अधिकारियों को लताड़ा
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Jhalawar: झालावाड़-सांसद दुष्यंत सिंह का दौरा, जिला स्तरीय बैठक में अधिकारियों को लताड़ा

सांसद दुष्यंत सिंह (Dushyant Singh) आज अपने एक दिवसीय दौरे पर झालावाड़ (Jhalawar) पहुंचे और मिनी सचिवालय के सभागार में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की बैठक की. 

 सांसद दुष्यंत सिंह

Jhalawar: सांसद दुष्यंत सिंह (Dushyant Singh) आज अपने एक दिवसीय दौरे पर झालावाड़ (Jhalawar) पहुंचे और मिनी सचिवालय के सभागार में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की बैठक की. बैठक के दौरान सांसद तमाम समस्याओं को लेकर नाराज दिखाई दिए और अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई.
दरअसल, झालावाड़ के झालरापाटन (Jhalrapatan) शहर सहित तमाम ग्रामीण इलाकों की सड़कों की हालत बेहद खराब है, जिसकी वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था और जिसकी लगातार शिकायतें सांसद महोदय तक पहुंच रही थी. लोगों का कहना था कि RUIDP और PHED ने पाइप लाइनों के नाम पर सड़कें खोद डाली हैं. आज उन्हें जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की बैठक में शामिल होना था.  

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बैठक में जिला कलक्टर हरिमोहन मीणा, जिला परिषद, सीईओ श्रीनिधि बीटी, डीएसपी अमित कुमार सहित जिला स्तरीय अधिकारी, क्षेत्रीय विधायक और जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे.  
बैठक के दौरान सांसद दुष्यंत सिंह ने क्षेत्रीय जन समस्याओं को लेकर विभाग के अधिकारियों से तमाम सवाल-जवाब किए फिर एक एक करके सबकी क्लास लगाई. इस बैठक में RUIDP और PHED के तमाम अधिकारी मौजूद थे. पहले तो सांसद ने उन्हें इस सड़कों को बदहाल करने पर डांटा फिर, समय पर काम करने की चेतावनी भी दी और अधिकारियों से कहा कि उन्हें तय समय सीमा बताई जाए कि ये सड़कें कब ठीक होंगी?

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सासंद ने जिला कलेक्टर को भी बैठक में आड़े हाथों लिया और उन्हें सांसद के गुस्से का शिकार होना पड़ा. दुष्यंत सिंह ने जिला कलेक्टर को जनप्रतिनिधियों को विभिन्न कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करने को लेकर नाराजगी जताई है और कहा कि जो विधायक और जनप्रतिनिधि जनता के वोटों से चुनकर आए हैं. उन्हें जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न आयोजनों और कार्यक्रमों में नजरअंदाज क्यों किया जा रहा है. विभिन्न कार्यक्रमों में उन लोगों को मुख्य अतिथि बनाया जा रहा है, जो पहले ही चुनाव हार चुके हैं. सांसद ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों को पद की गरिमा के अनुसार सम्मान दिया जाना चाहिए.

 

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