Jaipur News: पीएचईडी में रिश्वतखोर,अनियमितताओं,पाइपों के खुर्द-बुर्द जैसे गंभीर मसलों पर करीब दो साल से जयपुर रीजन सेकंड में इंजीनियर्स पर कार्रवाई अटकी हुई है. पीएचईडी मुख्यालय ने 14-14 खत लिख दिए,लेकिन इसके बावजूद अतिरिक्त मुख्य अभियंता सैकंड ने इंजीनियर्स की चार्जशीट जल भवन नहीं भेजी.
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Jaipur News: जलदाय विभाग में करीब दो साल तक के रिश्वत के लेने-देने जैसे गंभीर प्रकरणों में इंजीनियर्स-कार्मिकों को चार्जशीट नहीं थमाई गई. जयपुर रीजन सेकंड में ऐसे 51 मामले है,जिन पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.जलभवन ने कई बार खत लिखे,लेकिन इन इंजीनियर्स पर कार्रवाई अटक गई.
गंभीर मसलों पर कब कार्रवाई?
पीएचईडी में रिश्वतखोर,अनियमितताओं,पाइपों के खुर्द-बुर्द जैसे गंभीर मसलों पर करीब दो साल से जयपुर रीजन सेकंड में इंजीनियर्स पर कार्रवाई अटकी हुई है. पीएचईडी मुख्यालय ने 14-14 खत लिख दिए,लेकिन इसके बावजूद अतिरिक्त मुख्य अभियंता सैकंड ने इंजीनियर्स की चार्जशीट जल भवन नहीं भेजी.अब मुख्यालय ने एडिशनल चीफ इंजीनियर अमिताभ शर्मा को पत्र लिखकर 7 दिन में रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए.
यदि 7 दिन में मुख्यालय दफ्तर को रिपोर्ट नहीं देते है तो जयपुर रीजन के अतिरिक्त मुख्य अभियंता पर सीसीए नियमों के तहत अनुशासनिक कार्रवाई की जा सकती है.सबसे हैरानी की बात तो ये है कि एसीबी की रेड में पदमचंद जैन के होटल से 178 मेजरमेंट बुक मिली.लेकिन अब तक विभाग ने ये भी जानने की कोशिश नहीं कि की आखिरी समय में एमबी किस इंजीनियर की कस्टडी में है.इन इंजीनियर्स पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई.
इन इंजीनियर्स को थमाई गई चार्जशीट-
भ्रष्टाचार और अनियमित्तताओं के मामले में 8 इंजीनियर्स की चार्जशीट DOP भेजी है.XEN बीडी गालव,XEN मायालाल सैनी,XEN विशाल सक्सेना,AEN योगेश मीणा, समेत कई इंजीनियर्स को चार्जशीट थमाई जाएगी.दूदू,शाहपुरा,जयपुर समेत कई जगहों पर अनियमित्ताओं पर कार्रवाई की जाएगी.
चीफ से लेकर जेईएन तक पर कार्रवाई नहीं-
तत्कालीन चीफ इंजीनियर आईडी खान,तत्कालीन अधीक्षण अभियंता सुनील राजवंशी,एक्सईएन जितेंद्र कुमार शर्मा,योगेंद्र सिंह,महेंद्र कुमार वर्मा,आरसी मीणा,जेएसडी कटारा,तत्कालीन एईएन सत्यनारायण गुप्ता,दीपेश कुमार चौधरी,अंकिता मीणा,भीवाराम जाट,सुरेश नेहरा,लक्ष्मण दास जाटव,तेजसिंह, तत्कालीन जेईएन युधिष्ठिर मीणा,धारासिंह मीणा,बृजकिशोर डेनवाल,प्रीतम सिंह,मेघा सैनी समेत कई इंजीनियर्स के नाम पर इस लिस्ट में शामिल है.इस सूची में अधिकतर के तो आरोप पत्र ही मुख्यालय नहीं भेजे है.>