Rajasthan News: राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच PHED के पेयजल कंटीजेंसी प्लान पर कर्फ्यू लग गया है.जिला कलक्टर्स की ओर 126 करोड़ स्वीकृत करने के बावजूद 80 फीसदी काम बाकी है.
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Jaipur News: PHED में पेयजल कंटीजेंसी प्लान पर क्या कर्फ्यू लग गया है? क्योंकि आधी गर्मी निकल गई,लेकिन शहर और गांवों में 80 फीसदी काम पेयजल प्रबंधन पर नहीं हो पाए.इसी कारण राजस्थान की जनता का हलक सूखता जा रहा है.क्योंकि जिम्मेदार सरकार की मंशा पर पानी फेरते हुए जनता तक राहत नहीं पहुंचा रहे.
कंटीजेंसी पर जिम्मेदारों का कंट्रोल नहीं-
राजस्थान में रिकॉर्डतोड़ भीषण गर्मी के बीच PHED के पेयजल कंटीजेंसी प्लान पर कर्फ्यू लग गया है.जिला कलक्टर्स की ओर से 159 में से 126 करोड़ स्वीकृत करने के बावजूद 80 फीसदी काम आधी गर्मी निकलने के बाद भी बाकी है. मई के महीने में शहर से लेकर गांवों तक आसमान से आग के शोले बरस रहे है,लेकिन जिम्मेदार चीफ इंजीनियर शहरी राकेश लुहाडिया और चीफ इंजीनियर ग्रामीण केडी गुप्ता का कंटीजेंसी प्लान पर कोई कंट्रोल नहीं है क्योंकि 630 में से अब तक सिर्फ 130 कार्य ही पूरे हो पाए है. 500 कार्य ट्यूबवेल,हैंडपंप,पाइप लाइन,मोटरपंप के बाकी है.जलदाय मंत्री का गृह जिले टोंक हैडपम्प और नलकूप निर्माण में पीछे चल रहा है.
हैडपंप शुरू करने में पिछले जिले
जिला............स्वीकृत कार्य...........लंबित कार्य
टोंक............ 120...............115
अजमेर.......... 60................60
डूंगरपुर............40...............40
प्रतापगढ़...........34...............34
डीडवाना,....28...............28
नलकूप निर्माण करने में फिसड्डी जिले
जिला..............स्वीकृत कार्य.......लंबित कार्य
नागौर.............45.................45
अजमेर...........17..................17
टोंक.............16.................16
डीडवाना..........16.................14
जालोर...........11.................11
क्या समर कंटीजेंसी विंटर में पूरा होगा?
इसके अलावा जिला कलक्टर्स द्वार स्वीकृत आकस्मिक कार्यों में सवाई माधोपुर गंगापुर सिटी,बांसवाड़ा,धौलपुर में एक काम भी नहीं हो पाए.वहीं जिला कलक्टर्स की स्वीकृत कार्यों के विरूद्ध नागौर,जालौर,डीडवाना,जैसलमेर एक भी काम आधी गर्मी निकलने के बाद भी नहीं हो पाए.मुख्य सचिव सुधांश पंत इन्ही आंकड़ों पर नाराज हुए थे.जिसके बाद 9 अधीक्षण अभियंताओं को नोटिस थमाए थे.सरकार राहत देने का भीषण गर्मी में पूरा प्रयास कर रही है,लेकिन जिम्मेदार इंजीनियर्स की स्पीड से तो लगता है कि समर कंटीजेंसी का प्लान विंटर तक ही पूरा हो पाएगा.