Vasundhara Raje - Gehlot Government : पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कहा कि राज्य सरकार यह नहीं भूले कि उसका दायित्व लोगों को स्वास्थ्य सेवाएँ मुहैया करवाना है जो वह नहीं कर पा रही. इसलिए वह जल्द ही जनहित को ध्यान में रख कर उचित हल निकाले.
Trending Photos
Vasundhara Raje - Gehlot Government : प्रदेश में राइट टू हेल्थ बिल को लेकर सरकार और निजी अस्पतालों के बीच चल रहे घमासान के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की भी प्रतिक्रिया आई है. राजे ने कहा कि, ज़रूरतमंदों को इलाज की उचित सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हमारी भाजपा सरकार ने जब भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की, तब भी चिकित्सा संस्थानों के बहुत सारे सवाल थे. हमने इसका सरलीकरण कर लागू किया जो कि प्रदेश में बहुत सफल रही. इसे आज चिरंजीवी के रूप में जाना जाता है.
ज़रूरतमंदों को इलाज की उचित सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हमारी भाजपा सरकार ने जब भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की, तब भी चिकित्सा संस्थानों के बहुत सारे सवाल थे। हमने इसका सरलीकरण कर लागू किया जो कि प्रदेश में बहुत सफल रही। इसे आज चिरंजीवी के रूप में जाना जाता है।…
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) March 29, 2023
राजे ने कहा कि प्रदेश में राइट टू हेल्थ बिल के ख़िलाफ़ चल रहे चिकित्सकों के आंदोलन के कारण प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की ही नहीं, कई रोगियों की भी साँसें थम गई हैं. ऐसे में राज्य सरकार और चिकित्सकों को चाहिए कि आपस में समन्वय स्थापित कर समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी का निर्वहन करें. राजे ने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि राज्य सरकार यह नहीं भूले कि उसका दायित्व लोगों को स्वास्थ्य सेवाएँ मुहैया करवाना है जो वह नहीं कर पा रही. इसलिए वह जल्द ही जनहित को ध्यान में रख कर उचित हल निकाले.
वहीं जयपुर में 13वें दिन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की प्रेस कॉन्फ्रेंस.प्राइवेट डॉक्टर्स की हड़ताल का मामला है, प्रताप सिंह बोले, डॉक्टर्स हमारे परिवार का हिस्सा हैं, डॉक्टर्स तो हमारी सरकार की ताकत हैं. जिस सरकार ने स्वास्थ्य की इतनी बड़ी योजनाएं शुरू की.उसके लिए डॉक्टर्स कितने महत्वपूर्ण हैं. आप समझ सकते हो. मैंने सीएम से भी बात की थी. उन्होंने मुझे भी इस मामले पर बात करने के लिए कहा. सब लोग चिंतित हैं डेडलॉक तोड़ने के लिए.
यह भी पढ़ें-
अलवर में राइट टू हेल्थ बिल का असर, मिल्ट्री अस्पताल के डॅाक्टर दे रहे हैं सेवा
प्राइवेट अस्पतालों की हड़ताल, सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाऐं ध्वस्त, मरीज परेशान