Pratapgarh: वाहनों में अवैध रूप से गैस रिफलिंग करते दबिश, नौ घरेलू गैस सिलेंडर व रिफलिंग पम्प जब्त
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Pratapgarh: वाहनों में अवैध रूप से गैस रिफलिंग करते दबिश, नौ घरेलू गैस सिलेंडर व रिफलिंग पम्प जब्त

Pratapgarh: वाहनों में अवैध रूप से गैस रिफलिंग करते दबिश दी गई. इस दौरान नौ घरेलू गैस सिलेंडर व रिफलिंग पम्प जब्त किए गए. मामले की जांच की जा रही है.

Pratapgarh: वाहनों में अवैध रूप से गैस रिफलिंग करते दबिश, नौ घरेलू गैस सिलेंडर व रिफलिंग पम्प जब्त

Pratapgarh News:  प्रतापगढ़ रसद विभाग ने मुखबिर की सूचना पर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के बाहर मुख्य रोड़ पर वाहनों में अवैध रूप से गैस रिफलिंग करते कार्रवाई की. इस दौरान नौ गैस सिलेंडर जब्त किए गए. वहीं एक पम्प भी पकड़ा.

जिला रसद अधिकारी विनय शर्मा ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि यहां मै. रामदेव खाद बीज भण्डार के मालिक गुडेश सेन हाउसिंग बोर्ड वाहनों में अवैध रूप से घरेलू गैस रिफलिंग करता है. इस पर विभाग के इंस्पेक्टर रामेश्वर मीणा मौके पर पहुंचे.

उन्होंने बताया कि जहां गुडेश उपस्थित था. यहां इण्डेन के 5 व एचपी के 4 कुल 9 घरेलू गैस सिलेण्डर व एक इलेक्ट्रिक रिफलिंग पम्प पाया गया. जिससे वाहनों में अवैध रूप घरेलू गैस रिफलिंग की शिकायत सही पाई गई. इस पर टीम ने समस्त 9 सिलेण्डर व रिफलिंग पम्प को जब्त किए. 

पढ़िए प्रतापगढ़ की एक और खबर

 प्रतापगढ़ जिले के धरियावद क्षेत्र के देवला उल्टन इलाके में गत दिनों से एक पैंथर की दस्तक आबादी इलाके में बढ़ गई थी. मवेशियों का भी शिकार पैंथर ने किया था. इस पर वन विभाग की ओर से यहां पिंजरा लगाया गया. इस पर एक पैंथर शनिवार रात को इसमें कैद हो गया. विभाग ने इसे अरामपुरा वन क्षेत्र में छोड़ दिया. 

उपवन संरक्षक हरिकिशन सारस्वत ने बताया कि पारसोला के उल्टन गांव के नाथीया पुत्र मालीया मीणा ने वनपाल नाका झडोली को फोन द्वारा सूचना दी कि एक पैंथर उनके गांव में रात्रि को घर में बंधे हुए मवेशियों पर हमला कर शिकार कर रहा है. ऐसे में उन्हें जान-माल का खतरा है. सूचना में उसने बताया कि पैंथर ने चार दिवस पूर्व बाड़े में बंधे बछड़े और एक बकरी पर हमला कर शिकार किया था.

इस संबंध में उच्चाधिकारी को भी अवगत कराया गया. स्थिति को देखते हुए वन विभाग ने एक पिंजरा ग्राम उल्टन वन क्षेत्र में रेस्क्यू के लिए लगाया. पिंजरे को पत्तों, टहनियों से ढका गया. चार दिन पूर्व लगाए गए पिंजरे की वननाका सडौली स्टाफ द्वारा प्रत्तिदिन रात्रि को मॉनिटरिंग की गई.ग्रामीणों से वनपाल भूपेन्द्रसिंह चौहान ने समझाइश की. जिसमें बताया कि मवेशियों को खुला नहीं छोड़ें. रात के समय जंगल में नहीं जाएं. इस दौरान शनिवार रात्रि को करीब आठ बजे एक पैंथर पिंजरे में कैद हो गया. इस पर क्षेत्रीय वन अधिकारी रामलाल भील के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम ने पैंथर को वनक्षेत्र आरामपुरा में सुरक्षित रूप से स्वच्छन्द विचरण के लिए छोड़ दिया गया.

 

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