उदयपुर में देसी और विदेशी पर्यटकों को लुभाने और कुछ नया करने की सोच के साथ अब बीकानेर में नाइट टूरिज्म को विकसित किया जा रहा है. बीकानेर में ज़िला प्रशासन और ज़िला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अगुवाई में अनूठे नवाचार किए जा रहे है.
Trending Photos
Bikaner News: राजस्थान अपने क़िले हवेलियों और रॉयल कल्चर को लेकर पूरी दुनिया में विख्यात है. ऐसे में उड़ी दुनिया से देशी विदेशी सैलानी भारी संख्या में राजस्थान के पश्चिमी इलाके में मौजूद बीकानेर जैसलमेर सहित कई पर्यटक स्थलों पर आते है लेकिन पर्यटकों को लुभाने और कुछ नया करने की सोच के साथ अब बीकानेर में नाइट टूरिज्म को विकसित किया जा रहा है. ऐसे में दिन के समय में पर्यटक शहर का लुत्फ़ उठाने के साथ अब रात में भी भ्रमण और यह के ख़ान पान का मज़ा ले सकेंगे. इसी को देखते हुए बीकानेर ज़िला कलेक्टर की पहल पर कुछ ऐसे ही अनूठे नवाचार किए जा रहे है.
राजस्थान पूरी दुनिया में अपनी कला,संस्कृति अपने क़िले हवेलियों के साथ साथ अपने ख़ान पान और वेशभूषा को लेकर अलग स्थान रखता है तो वही यहाँ का “पधारो म्हारे देश” और अतिथि सत्कार की परंपरा देश ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटकों को अपनी तरफ़ आकर्षित करती है. हर साल राजस्थान में भारी संख्या में पर्यटक राजस्थान और विशेष रूप से बीकानेर की तरह रुख़ करते है अब इन पर्यटकों को दिन के साथ साथ नाइट टूरिज्म का भी लुत्फ़ मिले.
इसको लेकर बीकानेर में ज़िला प्रशासन और ज़िला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अगुवाई में कई नवाचार किए जा रहे है. अगर यूं कहा जाये की जिला कलेक्टर और नगर विकास न्यास अध्यक्ष भगवती प्रसाद कलाल की पहल पर यूआईटी सचिव यशपाल आहूजा के नेतृत्व में शहर की सूरत और सीरत बदलने की दिशा में ऐतिहासिक कार्य किए जा रहे है.
वैसे कहा जाता है की बीकानेर को जागती रातों का शहर कहा जाता है यहां के चौक और मोहल्लों में देर रात तक बैठे लोग और खान पान की दुकानें इसे और अधिक सशक्त करता है, लेकिन पर्यटकों को अब नाइट टूरिज्म को लेकर शहर में नवाचार किया जा रहे है. शहरी परकोटे से बाहर के लोग ऐसी सुविधाओं से महरूम रहते थे यहां कोई मनोरंजन का कोई ऐसा साधन नहीं था. जहां पूरा परिवार आ सके,पर्यटक बैठ सके.
इसे ध्यान रखते हुए ऐसे स्थान विकसित करने की कार्य योजना बनाई गई सबसे पहले एक ऐसे स्थान की परिकल्पना की गई जहां मनोरंजन के साथ खाने पीने की सभी सुविधाएं हों, विभिन्न स्थानों के बाद लिली पौंड का चयन इसके लिए किया गया इसे बिकाना चौपाटी के रूप में विकसित करते हुए आमजन को मनोरंजन का ऐतिहासिक स्थल दिया गया जहां बोटिंग, बेलूनिंग, देशी विदेशी व्यंजन और फोटोग्राफी के लिए बेहतरीन स्थान विकसित हुआ. यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में स्थानीय लोग और पर्यटक आ रहे हैं. इस सफल प्रयोग के बाद मसाला चौक की परिकल्पना पर काम प्रारंभ हुआ यहां 12 दुकानें, ठेठ शहरी व्यंजन के विक्रय के हिसाब से बनाई गई. जहां शहरी परकोटे से बाहर के लोग आ सकें और शहर की भुजिया, पंधारी के लड्डू, रबड़ी, कड़ाही के दूध जैसे का लुत्फ उठा सके.
साथ ही यहां लाइव म्यूजिक कॉर्नर भी बनाया गया है जहां प्रतिदिन बीकानेर और पश्चिमी राजस्थान के लोक गीतों की प्रस्तुतियां स्थानीय कलाकारों द्वारा दी जाती है इस प्रकार दर्शकों को मनोरंजन का माध्यम और लोक कलाकारों को रोजगार की परीकल्पना एक साथ साकार हुई है. यहीं सामने बच्चों के लिए आर्टिफिशियल जू बनाया गया है. जहां 30 पशुओं के बेहतरीन स्कलपचर लगाए गए हैं.
यह स्थान बच्चों के मनोरंजन को दृष्टि से उपयोगी साबित हो रहे हैं. शाम के समय बच्चों की मौजूदगी यहां चार चांद लगा देती हैं इन सभी के साथ शहर के सर्किल्स के सौंदर्यकरण पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. शहर के 21 प्रमुख सर्किल्स को एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट (eoi) के माध्यम से विकसित किया गया है. बड़ी बात यह है कि इनके सौंदर्यकरण पर यूआईटी का एक पैसा खर्च नहीं हुआ है और यह सर्किल महानगरों की तर्ज पर विकसित हो चुके हैं. रात के समय इनका नजारा बेहद आकर्षक होता है, रंग बिरंगी लाइटें और फवारों से फूटती जलधार इस पर चार चांद लगाती है.
ये भी पढ़ें- CM Ashok Gehlot: मॉडल स्टेट बन रहा राजस्थान, जोधपुर की देश-दुनिया में अनूठी पहचान
ये सब संभव हो सका बीकानेर के ज़िला कलेक्टर की पहल और सोच के ज़रिये. जहां हमेशा से कुछ नवाचार करने वाले आईएएस भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि ये हम सब की एक कल्पना थी की पर्यटकों और स्थानीय लोगो के देर शाम और रात को आउटिंग के लिए कुछ अलग किया जाये. जहां कुछ सुरक्षित और ऐतिहासिक स्थानों का चयन किया और इसको आगे बढ़ाया आज लोगो में इसको लेकर उत्साह और ख़ुशी है.
तो वहीं टूरिज्म गाइड एसोसिएशन के संभाग अध्यक्ष आनंद व्यास ने इस पहल को शहर के लोगो और पर्यटकों के लिये बेहतरीन बताया है. उनका कहना है कि शहर में पर्यटन स्थानों के विकास से ना केवल पर्यटन व्यवसाय में बढ़ावा होगा बल्कि स्थानीय लोगो को भी रोज़गार भी मिलेगा.
ज़िला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की नाइट टूरिज्म को बढ़ावे की पहल की तारीफ़ सभी जगह हो रही है ऐसे में ये उम्मीद की जा सकती है की इस साल पिछले साल की तुलना में अधिक पर्यटक बीकानेर की तरह रुख़ करेंगे और नाइट टूरिज्म का लुत्फ़ उठायेंगे.