आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू अपने राज्य को विशेष दर्जा दिलाने और राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत केंद्र द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की मांग के साथ अनशन कर रहे हैं.
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नई दिल्लीः तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख एवं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू अपने राज्य को विशेष दर्जा दिलाने के लिए सोमवार (11 फरवरी) को दिल्ली में एक दिन का अनशन कर रहे है. इस दौरान नायडू को समर्थन देने के लिए राजनीतिक दलों के कई नेता पहुंचे. देर शाम तक जारी रहे अनशन में शिवसेना के सांसद संजय राउत के साथ मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपना समर्थन देने पहुंचे. शिवसेना सांसद की नायडू के मंच पर उपस्थिति के बाद से सियासी हलकों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
Madhya Pradesh CM Kamal Nath, Congress leader Digvijaya Singh and Shiv Sena MP Sanjay Raut at Andhra Pradesh CM & TDP Chief N Chandrababu Naidu's day-long fast in AP Bhawan,Delhi. pic.twitter.com/Nj6jZ0vmb9
— ANI (@ANI) February 11, 2019
शिवसेना ने हाल ही में संकेत दिए थे कि वह आगामी लोकसभा चुनाव 2019 बीजेपी नीत एनडीए से अलग होकर लड़ेगी. इसके बाद से शिवसेना लगातार बीजेपी पर निशाना साधती रही है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के जरिये सोमवार को एक बार फिर से बीजेपी पर निशाना साधा. सामना में छपे लेख में लिखा है, 'महाराष्ट्र की कुल सीटों में से मतलब 48 सीटें ये (बीजेपी) लोग आसानी से जीत सकते हैं और देश में तो अपने बलबूते 548 सीटें तो कहीं नहीं गई हैं. 'ईवीएम' और इस तरह झागवाला आत्मविश्वास साथ में हो तो लंदन और अमेरिका में भी 'कमल' खिल सकता है लेकिन उससे पहले अयोध्या में राम मंदिर का कमल क्यों नहीं खिला. इसका जवाब दो.'
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू अपने राज्य को विशेष दर्जा दिलाने और राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत केंद्र द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की मांग के साथ अनशन कर रहे हैं. सुबह अपना अनशन शुरू करने से पहले चंद्रबाबू नायडू ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश भवन पहुंचे और वहां उन्होंने डॉ. बीआर आंबेडकर की प्रतिमा पर नमन किया और एक दिन की अपनी भूख हड़ताल शुरू की.
चंद्रबाबू नायडू को समर्थन देने वाले नेताओं में सबसे पहले जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला पहुंचे. अब्दुल्ला के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी नायडू के समर्थन में पहुंचे उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं आंध्र प्रदेश की जनता के साथ खड़ा हूं, किस तरह के प्रधानमंत्री है नरेंद्र मोदी? पीएम ने आंध्र प्रदेश के लोगों से किया वादा पूरा नहीं किया. मिस्टर मोदी जहां भी जाते हैं लोगों से झूठ बोलते है, अब उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं बची है.' पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, 'मैं नायडू के समर्थन में हूं, विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा बिना देरी पूरा किया जाना चाहिए.'
नायडू रात 8 बजे तक अनशन पर रहेंगे. आंध्र भवन में नायडू ने कहा, 'अगर आप हमारी मांगे नहीं मानेंगे तो हम भली भांति जानते हैं कि हमारी मांगे कैसे पूरी होंगी. यह आंध्र के लोगों के आत्मसम्मान का सवाल है, जब भी हमारे आत्मसम्मान पर हमला हुआ है हमने करारा जवाब दिया है, मैं इस सरकार और खासतौर से पीएम मोदी से कहना चाहता हूं कि वह व्यक्तिगत हमले करना बंद करें.'
आम चुनाव से पहले टीडीपी प्रमुख बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं. बीजेपी विरोधी गठबंधन के लिए पिछले तीन महीने में वह कई बैठकें कर चुके हैं. आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर टीडीपी मार्च 2018 में राजग सरकार से अलग हो गया था. पार्टी ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर पोलावरम सिंचाई परियोजना, कडप्पा इस्पात संयंत्र और निर्माणाधीन अल्ट्रा-आधुनिक राज्य की राजधानी अमरावती के लिए धन नहीं देने का आरोप भी लगाया है. आंध्र प्रदेश को दो जून 2014 को दो हिस्सों में बांट दिया गया था. हैदराबाद नए राज्य तेलंगाना की राजधानी बन गया.
नायडू मंगलवार को वह राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को एक ज्ञापन भी सौंपेंगे. मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों, पार्टी के विधायकों, एमएलसी और सांसदों के साथ धरना दे रहे है. राज्य कर्मचारी संघों, सामाजिक संगठनों और छात्र संगठनों के सदस्य भी इसमें शामिल होंगे. इससे पहले रविवार को पीएम मोदो ने आंध्र प्रदेश के गुंटूर में रैली करते हुए चंद्रबाबू नायडू पर जमकर हमला किया था.
'आप चुनाव हारने में सीनियर हैं'
पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर हमला बोलते हुए कहा, 'आप हमारे सीनियर हैं, इसलिए आपके सम्मान में हमने कोई कमी नहीं छोड़ी. आप सीनियर हैं दल बदलने में, आप सीनियर हैं दूसरी पार्टियों से गठबंधन करने में, आप सीनियर हैं एक चुनाव के बाद दूसरे चुनाव में हारने में और मैं तो उसमें सीनियर हूं नहीं.' उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू पहले जिसे गाली देते हैं, बाद में उसी की गोद में जा बैठते हैं. वह अपने ससुर (एनटी रामा राव) की पीठ में छुरा घोंपने में सीनियर हैं.
'सीएम नायडू मोदी को गाली देने में जुटे'
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में एलपीजी का दिया जाना 1955 में शुरू हुआ. पिछले 65 सालों में सिर्फ 5 करोड़ एलपीजी के नए कनेक्शन दिए गए. हमारी सरकार ने पिछले पांच सालों में ही 16 करोड़ नए कनेक्शन दिए. जिन लोगों ने देश को धुएं में छोड़ दिया था. वो देश में झूठ फैलाने लगे हैं. महामिलावट का असर है कि यहां के मुख्यमंत्री भी मोदी को गाली देने के काम्पटिशन में लग गए हैं.
'फोटो खिंचवाने जा रहे हैं दिल्ली'
पीएम मोदी ने 11 फरवरी को दिल्ली में होने वाली चंद्रबाबू नायडू की रैली पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये (सीएम नायडू) कल फोटो खिंचवाने के लिए दिल्ली जाने वाले हैं, बड़ा हुजूम लेकर जाने वाले हैं, पार्टी का बिगुल बजाने. लेकिन बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं के पैसों से कार्यक्रम करा रही है, वो आंध्र की जनता की तिजोरी से पैसा निकाल कर जा रहे हैं.
'अपने बेटे को राइज कराया'
पीएम मोदी ने कहा कि टीडीपी के नेता पहले जिस कांग्रेस फ्री इंडिया की बात करते थे, आज उसी कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं. चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश के सनराइज (उदय) का वादा किया था. लेकिन अपने सन (पुत्र) को ही राइज कराने में जुट गए हैं. उन्होंने आंध्र के गरीबों के लिए नई योजनाएं चलाने का वादा किया था. लेकिन मोदी की योजनाओं पर अपना स्टीकर लगा दिया है.
परियोजनाओं की सौगात दी
प्रधानमंत्री ने यहां पेट्रोलियम और गैस से जुड़ी 6,825 करोड़ रुपये की दो परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया. साथ ही पीएम मोदी ने रिमोट कंट्रोल के जरिए नेल्लोर जिले में भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के एक तटीय टर्मिनल की आधारशिला भी रखी. पीएम ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि न्यू इंडिया को प्रदूषणरहित आर्थिक ताकत बनाया जाए. अमरावती नए भारत और नए आंध्र प्रदेश का केंद्र बन रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हृदय योजना के तहत अमरावती को हेरीटेज सिटी के रूप में चुना है. उन्होंने इस बार लोकसभा चुनाव में पहली बार वोटिंग करने जा रहे लोगों को शुभकामनाएं दीं.