नहीं टला चक्रवात 'वायु' का खतरा! सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ना शुरू
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नहीं टला चक्रवात 'वायु' का खतरा! सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ना शुरू

मौसम विभाग ने इसके 17 जून को शाम तक सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्र में पहुंचने का अनुमान जताया है.

(फाइल फोटो- रॉयटर्स)

नई दिल्ली: मौसम विभाग ने पिछले 12 घंटों में चक्रवात ‘वायु’ की गति धीमी पड़ने के बावजूद इसे अति गंभीर श्रेणी में बताते हुए कहा है कि वायु की दिशा शनिवार को गुजरात के तटीय क्षेत्रों से समुद्र में पश्चिम की ओर हो गई है. मौसम विभाग ने इसके 17 जून को शाम तक सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्र में पहुंचने का अनुमान जताया है.

विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक शनिवार को शाम चार बजे तक वायु का प्रभावक्षेत्र अरब सागर में पूर्वोत्तर और मध्य पूर्वी क्षेत्र में दीव से 445 किमी पश्चिम में और पोरबंदर से 335 किमी पश्चिम दक्षिण पश्चिम में स्थित था. यह लगभग छह किमी प्रति घंटे की गति से तटीय क्षेत्रों से समुद्र में पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. 

इसके अनुसार वायु, अगले 24 से 36 घंटे तक इस गति से पश्चिम दिशा में बढ़ते हुये लगातार कमजोर हो रहा है. विभाग ने इसके बाद वायु की दिशा में बदलाव की संभावना व्यक्त करते हुये कहा है कि इसके उत्तरपूर्व में रुख करने के बाद 17 जून को शाम तक सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्र में पहुंचने का अनुमान है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक गुजरात के समुद्री क्षेत्र में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण शनिवार को तटीय इलाकों में द्वारका, भावनगर और पोरबंदर में 0.4 से 17 मिमी तक बारिश हुई. विभाग ने इन इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जताई है. 

इसके अलावा द्वारका, ओखा, कांडला, पोरबंदर और आसपास के इलाकों में 10 से 27 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाओं का दौर जारी है. चक्रवात के कारण जानमाल के संभावित नुकसान की आशंका को देखते हुये केन्द्र एवं राज्य सरकार की एजेंसियों द्वारा किये गये एहतियाती उपायों के कारण अभी तक तूफान प्रभावित इलाकों में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है. 

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