देश में बाढ़ से मचा हाहाकार, अब तक 200 से ज्‍यादा की गई जान
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देश में बाढ़ से मचा हाहाकार, अब तक 200 से ज्‍यादा की गई जान

पूरे देश में बाढ़ के कारण अब तक 200 से ज्‍यादा लोगों की जान जा चुकी है. सबसे ज्‍यादा नुकसान केरल में है. यहां पर 72 लोगों की मौत हुई है. 58 लोग लापता हैं.

कर्नाटक के कई हिस्‍सों में लोग बाढ़ के पानी के बीच घिरे हुए हैं. फोटो: एएनआई

नई दिल्‍ली: बाढ़ का कहर झेल रहे देश के कई राज्‍यों में हालात खराब हैं. खासकर दक्ष‍िणी राज्‍य केरल, कर्नाटक, महाराष्‍ट्र और गुजरात में बाढ़ के सितम ने हाहाकार मचा रखा है. पूरे देश में बाढ़ के कारण अब तक 200 से ज्‍यादा लोगों की जान जा चुकी है. सबसे ज्‍यादा नुकसान केरल में है. यहां पर 72 लोगों की मौत हुई है. 58 लोग लापता हैं. ऐसा ही हाल महाराष्‍ट्र और कर्नाटक का है. कर्नाटक में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.

केरल : बाढ़ में अब तक 72 मरे, शिविरों में 2 लाख से अधिक लोग
केरल में पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश हुई और इसके कारण मृतकों की संख्या 72 तक पहुंच गई है. वहीं 2.54 लाख लोगों को राहत शिविरों में विस्थापित होना पड़ा है. कोल्लम को छोड़कर राज्य के सभी 14 जिलों में 1,600 से अधिक राहत शिविरों में लोग शरण लिए हुए हैं. मलप्पुरम में सबसे अधिक 54 हजार लोग शिविरों में शरण लिए हुए हैं.

मुख्यमंत्री विजयन ने कहा, "बारिश में कमी आई है. यह सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यो में लगे कर्मियों के लिए अच्छी खबर है." सबसे अधिक प्रभावित स्थान वायनाड जिले में मेपादी के पास और मलप्पुरम जिले में कवलपारा और इसके आसपास के इलाके हैं. यहां बचाव दल मिट्टी के विशाल ढेर के नीचे फंसे लोगों के शवों को बरामद करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.

इससे पहले, दिन में वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी कोझिकोड पहुंचे और पहले कवलपारा की ओर प्रस्थान किया, जहां वह एक गिरजाघर में पहुंचे. वहां 360 लोगों ने शरण ले रखी थी. उन्होंने वहां लोगों की परेशानियां सुनीं और भरोसा दिलाया कि उनकी हर संभव मदद की जाएगी. राहुल सोमवार को वायनाड जाकर कुछ राहत शिविरों और प्रभावित इलाकों का दौरा कर सकते हैं.

कर्नाटक में 40 की मौत, बाढ़ राहत के लिए 3,000 करोड़ रुपये के पैकेज की मांग
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने शनिवार को केंद्र सरकार से उत्तर-पश्चिम और तटीय क्षेत्रों में राज्य के 14 बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत कार्यो के लिए 3,000 करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग की है, जो एक अगस्त से ही भारी मॉनसूनी बारिश और तूफान से प्रभावित है. कर्नाटक में बाढ़ के कारण 40 से ज्‍यादा लोगों की मौत हुई है.

येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा, "मैंने राहत कार्यो के लिए 3,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता की मांग की है. उत्तर-पश्चिम, मध्य और तटीय क्षेत्रों में राज्य के 14 जिलों में भारी मॉनसूनी बारिश और बाढ़ से पिछले 10 दिनों के दौरान 24 लोगों की मौत हुई है और लगभग 14,000 मकानों को नुकसान पहुंचा है.

सेना, नौसेना ने बाढ़ प्रभावित राज्यों में बचाव अभियान तेज किया
भारतीय सेना और नौसेना की आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों ने पिछले सप्ताह भारी बारिश के बाद आई बाढ़ से प्रभावित महाराष्ट्र तथा दक्षिण भारतीय राज्यों में फंसे हजारों लोगों को बचाने के लिए अपने बचाव अभियान को और तेज कर दिया है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के कई जिलों में नदियां अपने किनारों को तोड़कर बह रही हैं, जलाशय खतरे के निशान को पार कर गए हैं और भूस्खलन हो रहे हैं.

हालांकि, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार से बारिश में कमी आने की संभावना जताई है. आईएमडी ने कहा, "सौराष्ट्र और कच्छ के उत्तरी भागों में कम दबाव का स्तर है। गुजरात, केरल और कर्नाटक में बारिश रविवार से धीमी हो सकती है" भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने रविवार को बताया कि महाराष्ट्र के अकेले सांग्ली जिले में ही वहां फंसे लोगों की सहायता के लिए आपातकाल प्रतिक्रिया बल की 12 टीमें रवाना हो चुकी हैं.

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