नेहरू और गांधी की तरह सावरकर ने आजादी के लिए अपना बलिदान दिया था: शिवसेना
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मुंबई/नई दिल्ली: शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने शनिवार को कहा कि वीर सावरकर न केवल महाराष्ट्र बल्कि देश के भी देवता हैं. उन्होंने कहा कि सावरकर का नाम देश के लिए गर्व और गौरव का विषय है. नेहरू और गांधी की तरह सावरकर ने स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दिया था. ऐसे हर भगवान को सम्मानित किया जाना चाहिए. इससे कोई समझौता नहीं होना चाहिए.
राज्यसभा सांसद राउत ने यह ट्वीट कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के उस बयान के बाद में किया है, जिसमें राहुल ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि उनका नाम 'राहुल सावरकर' नहीं है, वह राहुल गांधी हैं और माफी नहीं मांगेंगे.
राउत ने कहा, ''हम महात्मा गांधी और पंडित नेहरू दोनों का सम्मान करते हैं. कृपया वीर सावरकर का अपमान न करें. बुद्धिमान लोगों को अधिक कुछ भी बताने की आवश्यकता नहीं है.''
विर सावरकर हे महाराष्ट्राचेच नव्हे तर देशाचे दैवत आहे.
सावरकर नावात राष्ट्राभिमान आणि स्वाभिमान आहे. नेहरू ,गांधी यांच्या प्रमाणेच सावरकर यांनी स्वातंत्र्यासाठी जीवनाचा होम केला. अशा प्रत्येक दैवताचा सन्मान करायला हवा.इथे तडजोड नाहीत.
जय हिंद— Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 14, 2019
दरअसल, राहुल ने दिल्ली के रामलीला मैदान में शनिवार को कांग्रेस की ओर से आयोजित भारत बचाओ रैली को संबोधित करते हुए कहा, "कल संसद में भाजपा के नेता मुझसे माफी की मांग कर रहे थे. लेकिन मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि मेरा नाम 'राहुल सावरकर' नहीं है, मैं राहुल गांधी हूं. मैं सच बोलने के लिए माफी नहीं मागूंगा."
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राहुल का इशारा हिंदूवादी नेता दिवंगत विनायक दामोदर सावरकर द्वारा 14 नवंबर, 1913 को ब्रिटिश सरकार को लिखे गए माफी पत्र की तरफ था, जिसे उन्होंने अंडमान के सेलुलर जेल में बंद रहने के दौरान लिखा था.