उद्धव ठाकरे का BJP पर तंज- क्या गोमूत्र छिड़कने से भारत को मिली आजादी?
Advertisement
trendingNow11597830

उद्धव ठाकरे का BJP पर तंज- क्या गोमूत्र छिड़कने से भारत को मिली आजादी?

Maharashtra Politics: उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया, लेकिन उन्होंने (भाजपा) सरदार पटेल का नाम चुरा लिया. इसी तरह उन्होंने सुभाष चंद्र बोस को चुराया और बाला साहेब ठाकरे के साथ भी ऐसा ही किया.'

उद्धव ठाकरे का BJP पर तंज- क्या गोमूत्र छिड़कने से भारत को मिली आजादी?

Maharashtra News: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के बाद भारत को आजादी मिली, न कि ‘गोमूत्र’ (गोमूत्र) छिड़कने से.  रत्नागिरी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, 'क्या हमारे देश को 'गोमुत्र' (गोमूत्र) छिड़कने से आजादी मिली थी? क्या ऐसा हुआ कि गोमूत्र छिड़का गया और हमें आजादी मिली? ऐसा नहीं था, स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी तब जाकर हमें आजादी मिली.’

ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी पर सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल और बाला साहेब ठाकरे जैसी शख्सियतों की "चोरी" करने का आरोप लगाया. पूर्व सीएम ने कहा, ‘सरदार पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया, लेकिन उन्होंने (भाजपा) सरदार पटेल का नाम चुरा लिया. इसी तरह उन्होंने सुभाष चंद्र बोस को चुराया और बाला साहेब ठाकरे के साथ भी ऐसा ही किया. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे पीएम मोदी के नाम पर वोट मांगें, शिवसेना और बाला साहेब के नाम पर’

चुनाव आयोग पर साधा निशाना
ठाकरे ने शिंदे धड़े को 'शिवसेना' नाम और 'धनुष और तीर' चिन्ह आवंटित करने के फैसले को लेकर भारत के चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'चुनाव आयोग ने शिवसेना का नाम और सिंबल छीन लिया है, लेकिन वह पार्टी को हमसे नहीं छीन सकता. चुनाव आयोग से कहिए कि अगर उन्हें मोतियाबिंद नहीं है तो आकर देखिए असली शिवसेना कौन है. पार्टी शिवसेना की स्थापना चुनाव आयोग के पिता ने नहीं की थी, इसकी स्थापना मेरे पिता ने की थी. उन्होंने शिंदे धड़े पर 'धनुष और तीर' के प्रतीक की ‘चोरी’ करने का आरोप लगाया.

ठाकरे ने कहा, ‘लोगों को एक बात ध्यान रखनी चाहिए कि जो हमारा 'धनुष-बाण' चुराकर वोट मांगने आते हैं, वे चोर हैं. तुम 'धनुष और बाण' लाओ, मैं मशाल लेकर आऊंगा. जनता जो फैसला करेगी मैं उसे स्वीकार करूंगा. यह चुनाव आयोग नहीं है जो यह तय करेगा कि मुझे यह चाहिए या नहीं.’

इससे पहले 17 फरवरी को, शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट को एक बड़े झटके में, भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम ‘शिवसेना’ और प्रतीक ‘धनुष और तीर’ आवंटित किया था.

शिंदे गुट ने जहां असली शिवसेना के रूप में मान्यता दिए जाने के फैसले का स्वागत किया, वहीं उद्धव ठाकरे गुट ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे.

हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com- सबसे पहले, सबसे आगे

Trending news