वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष आलोक कुमार की अगुवाई में संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिला
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नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने गुरुवार को मांग की कि चुनाव आयोग जम्मू-कश्मीर के शीर्ष नेताओं -फारुक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती - को राज्य में रैलियां करने से रोके और राज्य में मुस्लिम बहुसंख्यक और अन्य अल्पसंख्यकों के बीच कथित तौर पर दुश्मनी को बढ़ावा देने को लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराए.
वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष आलोक कुमार की अगुवाई में संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिला और फारुक, उमर एवं महबूबा के अनुच्छेद 370 के बारे में दिए गए विवादित बयानों की प्रतियों के साथ एक ज्ञापन भी सौंपा.
मुलाकात के बाद कुमार ने कहा, ‘अनुच्छेद 370 पर इन तीन नेताओं के बयानों को देखने से स्पष्ट है कि वे भारत के कट्टर दुश्मन और हमारे देश के खिलाफ लगातार युद्ध छेड़े हुए पाकिस्तान की धुन पर नाच रहे हैं. वे पूरी तरह मिले हुए हैं और उनके सक्रिय समर्थन से सुनियोजित साजिश के तहत काम कर रहे हैं.’
वीएचपी ने ज्ञापन में दावा किया कि इन नेताओं और उनकी पार्टियों का भारत के संविधान में कोई विश्वास नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘वे मुस्लिम धर्म के आधार पर भारत को बांटने की खातिर लोगों को देशद्रोह के लिए उकसा रही हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव आयोग को उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए, उनके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करनी चाहिए और उन्हें जम्मू-कश्मीर में रैलियां करने से प्रतिबंधित कर देना चाहिए.’