यह सीट मायावती के संसदीय क्षेत्र के रूप में जानी जाती है. मायावती ने यहां से 4 बार लोकसभा चुनाव (अकबरपुर) में जीत हासिल की है. सबसे पहले वह 1989 में चुनाव जीतकर संसद पहुंचीं. इसके बाद उन्होंने साल 1998 और 1999 में जीत हासिल की.
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नई दिल्ली: अंबेडकर नगर राम मनोहर लोहिया की जन्मभूमि होने के नाते भी खासा महत्त्व रखता है. इस लोकसभा को पहले अकबरपुर के नाम से जाना जाता था. अंबेडकर नगर सुरक्षित सीट है. यह उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा सीटों में ये 55वें नंबर की सीट है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती के गढ़ कहे जाने वाले अंबेडकर नगर संसदीय सीट पर इस समय बीजेपी का कब्जा है. आंबेडकर नगर सीट पर कांग्रेस, बीजेपी, बीएसपी और सपा ही नहीं, सोशलिस्ट पार्टी, जनता पार्टी, दलित मजदूर किसान पार्टी, लोकदल ने भी जीत दर्ज की है.
2014 का ये था जनादेश
साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के हरिओम पाण्डेय ने यहां से जीत दर्ज की थी. हरिओम ने बीएसपी के राकेश पाण्डेय यहां दूसरे, सपा तीसरे और कांग्रेस के अशोक सिंह चौथे स्थान पर रहे थे. हरिओम पाण्डेय को साल 2014 में 4,32,104 वोट मिले थे.
ये है राजनीतिक इतिहास
पहले यह सीट अकबरपुर लोकसभा संसदीय सीट के अंतर्गत आती थी. साल 1952 में यह फैजाबाद जिला (नॉर्थ-वेस्ट) के तहत आता था और यहां से कांग्रेस के पन्ना लाल ने चुनाव जीतकर क्षेत्र के पहले सांसद बने. साल 1957 में यह सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट बनी जहां से पन्ना लाल ने फिर जीत हासिल की थी. यह सीट मायावती के संसदीय क्षेत्र के रूप में जानी जाती है. मायावती ने यहां से 4 बार लोकसभा चुनाव (अकबरपुर) में जीत हासिल की है. सबसे पहले वह 1989 में चुनाव जीतकर संसद पहुंचीं. इसके बाद उन्होंने साल 1998 और 1999 में जीत हासिल की.
साल 2002 में गठित परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद 2008 में इसे संसदीय सीट का दर्जा दे दिया गया. इसके 1 साल बाद 2009 में यहां पर पहली बार लोकसभा चुनाव कराया गया. साल 2009 के चुनाव में बसपा के राकेश पाण्डेय ने समाजवादी पार्टी (सपा) के शंखलाल मांझी को हराया था. साल 2014 में मोदी लहर में बीजेपी ये सीट जीतने में कामयाब हुई.