अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा था कि बीजेपी का प्रचार राज्यपाल और सरकारी एजेंसियां कर रही हैं.
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा हाल ही में किए गए एक ट्वीट को 'गैर जिम्मेदाराना' बताया है. राम नाईक ने बुधवार को कहा कि राजनीति में राज्यपाल को अनावश्यक लाना संवैधानिक पदों का अनादर है. राज्यपाल ने अखिलेश को लिखे एक पत्र में कहा, 'राजनीति में राज्यपाल को लाना संवैधानिक पदों का अनादर है. मैं राजनीतिक बयानों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देता हूं. जैसा कि आप जानते हैं कि पूर्व मंत्री आजम खान के मामले में मैंने कभी कोई बयान नहीं जारी किया.' नाईक ने कहा कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद ऐसी बयानबाजी उपयुक्त नहीं है,
- भाजपा के चुनावी मुद्दे:
1) विपक्ष 2) विपक्ष 3) चौकीदार
भाजपा के प्रचारक:
1) राज्यपाल 2) सरकारी एजेंसियां 3) मीडिया
- भाजपा की चुनावी रणनीति:
1) सोशल मीडिया 2) नफ़रत 3) पैसा
- भाजपा के 5 साल की उपलब्धि :
1) भीड़तंत्र 2) किसानों का अपमान 3) बेरोज़गारी pic.twitter.com/ptKHIjdvHS
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 26, 2019
गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा था कि बीजेपी का प्रचार राज्यपाल और सरकारी एजेंसियां कर रही हैं. आज भी राज्यपाल लखनऊ में हुई किसी घटना को देखने गए थे. राज्यपाल ने बताया कि वह सोमवार को मैनपुरी के करीब हुई बस दुर्घटना में डॉक्टर ज्योति व उनकी छह वर्षीय पुत्री की दर्दनाक मौत पर उनके राजाजीपुरम स्थित आवास पर शोक जताने गये थे.
उन्होंने बताया कि डॉ ज्योति राजभवन चिकित्सालय में तैनात डॉ अनिल निर्वाण के भाई की पत्नी थीं और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में चिकित्सक थीं. उनकी छह वर्षीय पुत्री की भी उनके साथ जलकर मृत्यु हुई थी. ऐसे मौके पर अपने स्टाफ के दुख-दर्द में पहुंचना वह अपना दायित्व समझते हैं.