शिवपाल की रैली की चिंता मैं क्यों करूं, मैं भी तो चुनाव लड़ रहा हूं, बधाई मुझे भी दीजिए: मुलायम
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शिवपाल की रैली की चिंता मैं क्यों करूं, मैं भी तो चुनाव लड़ रहा हूं, बधाई मुझे भी दीजिए: मुलायम

इससे संकेत मिलने लगे हैं कि मुलायम अब शिवपाल को ज्यादा भाव देने वाले नहीं हैं.

शिवपाल की रैली की चिंता मैं क्यों करूं, मैं भी तो चुनाव लड़ रहा हूं, बधाई मुझे भी दीजिए: मुलायम

इटावा: समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल यादव से किनारा कर लिया है. उन्होंने साफ कर दिया कि "शिवपाल की रैली की चिंता मैं क्यों करूं." इससे संकेत मिलने लगे हैं कि मुलायम अब शिवपाल को ज्यादा भाव देने वाले नहीं हैं. मुलायम से शिवपाल की रैली में जाने के लिए पूछे जाने पर शुक्रवार को उन्होंने कहा, "मैं क्यों चिंता करूं कि कौन शिवपाल की रैली में जाता है कौन नहीं. चुनाव का समय है, रैलियां तो होती रहती हैं. अगर किसी को बधाई देनी है तो मुझे दे, मैं भी तो लोकसभा चुनाव लड़ रहा हूं."

उनसे जब यह पूछा गया कि शिवपाल को नामांकन के लिए बधाई देंगे? मुलायम सिंह ने हंसते हुए कहा कि "नामांकन करने तो मैं भी जा रहा हूं. बधाई मुझे भी दी जाए."

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गौरतलब है कि मुलायम एक अप्रैल को मैनपुरी लोकसभा सीट से नामांकन करने वाले हैं. इसकी तैयारियों को लेकर वह इटावा पहुंचे थे. यहां से लखनऊ रवाना होते समय उन्होंने यह भी कहा कि "मुझे जल्दी जाना है, पर्चा दाखिल करना है, काफी सारे कागज तैयार करने हैं. बहुत काम हैं." गौरतलब है कि प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव के नामांकन के चलते अपने नामांकन की तारीख बदल दी है. अब शिवपाल 30 मार्च को ही फिरोजाबाद लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करेंगे.

शिवपाल ने छोटे दलों के साथ बनाया 'डेमोक्रेटिक अलायंस'
इस बीच आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के संयोजक शिवपाल यादव ने कई दलों के साथ मिलकर प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक अलायंस (पीडीए) का गठन किया है. इस दौरान उन्होंने कई और छोटे दलों को अपने साथ जोड़ने का संकेत दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए वह सभी धर्मनिरपेक्ष दलों से गठबंधन करने को तैयार थे, लेकिन कई पार्टियों ने निजी स्वार्थ को वरीयता दी.

उन्होंने कहा, "आज के दौर में भाजपा हमारे लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि सपा, बसपा और कांग्रेस के निजी स्वार्थ की वजह से आज भाजपा के खिलाफ निर्णायक मोर्चा नहीं बन सका." कांग्रेस से गठबंधन न होने पर उन्होंने कहा, "हमने कोशिश की, पर कुछ कारणों से ये मुमकिन नहीं हो पाया. शिवपाल ने कहा कि भाजपा को केंद्र की सत्ता से हटाने के लिए सारे विकल्प खुले हैं."

अपर्णा यादव को टिकट देने के सवाल पर शिवपाल ने कहा, "हमने नेताजी की बात को कभी नहीं टाला. नेता जी का जो भी आदेश होगा उसका पालन करेंगे." गठबंधन में शामिल हुए पीस पार्टी के अध्यक्ष अयूब खान ने कहा, "हम पूरी ताकत से भाजपा को रोककर ऐसी सरकार देंगे जो उपेक्षित लोगों का पूरा ख्याल रखेगी."

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