वाराणसी: सपा ने पीएम मोदी के खिलाफ शालिनी की जगह पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर को दिया टिकट
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वाराणसी: सपा ने पीएम मोदी के खिलाफ शालिनी की जगह पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर को दिया टिकट

कांग्रेस छोड़ सपा में शामिल हुए शालनी यादव के नाम का ऐलान किया तो, शालनी यादव नामांकन जुलूस लेकर कलेक्ट्रट पहुंची. उससे पहले सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी ने पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव का सपा के टिकट पर नामांकन करा दिया. 

इस स्थिति से अब 30 नवंबर को साफ होगा. (फाइल फोटो)

वाराणसी: वाराणसी सीट पर सपा का अधिकृत प्रत्याशी कौन है? इसको लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है. सपा-बसपा गठबंधन ने कांग्रेस छोड़ सपा में शामिल हुए शालनी यादव के नाम का ऐलान किया तो, शालनी यादव नामांकन जुलूस लेकर कलेक्ट्रट पहुंची. उससे पहले सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी ने पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव का सपा के टिकट पर नामांकन करा दिया. सपा ने अपने ट्विटर पेज पर तेज बहादुर को टिकट देने की घोषणा की है. 

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30 अप्रैल को होगा साफ
जानकारी के मुताबिक, तेज बहादुर यादव ने 24 अप्रैल को ही निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन करा दिया था. अब 30 अप्रैल को नामांकन वापसी के बाद साफ होगा कि गठबंधन का अधिकृत प्रत्याशी कौन है? आपको बता दें कि वाराणसी सीट पर सोमवार को नामांकन का आखिरी दिन है. अब तेज बहादुर का पर्चा अगर सही पाया गया, तो शालिनी यादव अपना नामाकंन वापस ले लेंगी. 

कौन है शालिनी यादव
शालिनी यादव कांग्रेस के पूर्व सांसद एवं राज्यसभा के पूर्व उपसभापति श्यामलाल यादव की पुत्रवधु हैं. वह वाराणसी से मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं. शालिनी कुछ दिन पहले ही कांग्रेस को छोड़ सपा में शामिल हुई थी और पार्टी में शामिल होने के साथ ही उनका टिकट फाइनल हो गया था. 

 

कौन है तेज बहादुर
साल 2017 में बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव उस समय सुर्खियों में आए जब उन्होंने सीमा पर खराब खाने का वीडियो को सोशल मीडिया में भेजने के बाद हड़कंप मचा दिया था. हरियाणा के निवासी और बीएसएफ से बर्खास्त होने के बाद तेज बहादुर यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से चुनावी ताल ठोक रहे है. तेज बहादुर यादव ने कहा कि वे सेना और पैरामिलिट्री में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे है और पीएम मोदी के खिलाफ नहीं बल्कि उन्होंने जो अधूरे वायदे किए उनके खिलाफ वाराणसी आए है. 

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