उत्तराखंड त्रासदी : अभी भी फंसे हैं हजारों, बचाव अभियान जारी

उत्तराखंड में तबाही के 13 दिनों बाद भी कई हजार लोग दुर्गम पहाड़ियों में फंसे हैं। राहत व बचाव दल अब बद्रीनाथ में फंसे लोगों को निकालने में लगे हैं जहां 1000 से ज्यादा लोग अभी तक फंसे हैं।

ज़ी मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उत्तराखंड में तबाही के 13 दिनों बाद भी कई हजार लोग दुर्गम पहाड़ियों में फंसे हैं। हर्षिल सेक्टर को पूरी तरह से खाली कराने के बाद राहत व बचाव दल राहत व बचाव दल अब बद्रीनाथ में फंसे लोगों को निकालने में लगे हैं जहां 1000 से ज्यादा लोग अभी तक फंसे हैं। उम्मीद की जा रही है कि आज शाम तक विभिन्न पहाड़ी इलाकों में फंसे लोगों को निकालने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
उधर, एक समाचार चैनल ने पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि रामबाड़ा और गौरीकुंड के बीच 2500 शव पड़े हुए हैं। चैनल ने बताया है कि इन शवों की पहचान करना भी मुश्किल है। इस नई जानकारी के सामने आने के बाद इस भीषण तबाही में मरने वालों की संख्या 3000 को पार कर जाएगी। हालांकि आधिकारिक रूप से अभी तक 822 लोगों के ही मारे जाने की पुष्टि की गई है। केन्द्र सरकार केदारनाथ से शिलाखंडों और मलबों को हटाने के लिए विमान से विशाल एक्सकैवेटर मशीनें भेजने की योजना बना रही है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एम. शशिधर रेड्डी ने बताया कि केदारनाथ में शिलाखंड और भारी मलबा जमा हो गया है। हम मलबा हटाने के लिए विशेष एमआई-26 हेलीकॉप्टर से एक्सकैवेटर मशीनें ले जाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिन जगहों पर बचाव अभियान चलाया गया है वहां का नेत्र जैसे मानवरहित विमानों से सर्वेक्षण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य के 2375 गांव बाढ़ प्रभावित हैं। इनमें से 1,636 को जोड़ा जा चुका है 739 को जोड़ा जाना बाकी है।

Zee News App: पाएँ हिंदी में ताज़ा समाचार, देश-दुनिया की खबरें, फिल्म, बिज़नेस अपडेट्स, खेल की दुनिया की हलचल, देखें लाइव न्यूज़ और धर्म-कर्म से जुड़ी खबरें, आदि.अभी डाउनलोड करें ज़ी न्यूज़ ऐप.