भारत और चीन करेंगे कोशिश, जल्द सुलझेगा सीमा विवाद

नई दिल्ली में हुई 22वें दौर की सीमा वार्ता के बाद दोनों देशों ने सीमा निर्धारण को भारत-चीन संबंधों के रणनीतिक नजरिए से अहम मानते हुए इसका जल्द समाधान मूलभूत हितों से जुड़ा हुआ है. भारत की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीन की ओर से विदेश मंत्री वांग यी ने भाग लिया. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 22, 2019, 03:09 AM IST
भारत और चीन करेंगे कोशिश, जल्द सुलझेगा सीमा विवाद

नई दिल्ली: भारत और चीन ने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कवायद तेज करने पर रजामंदी जताई है. नई दिल्ली में हुई 22वें दौर की सीमा वार्ता के बाद दोनों देशों ने सीमा निर्धारण को भारत-चीन संबंधों के रणनीतिक नजरिए से अहम मानते हुए इसका जल्द समाधान मूलभूत हितों से जुड़ा हुआ है.

निकालेंगे तार्किक हल
राजधानी दिल्ली के हैदराबाद हाउस में सुबह करीब 10 बजे दोनों मुल्कों के विशेष प्रतिनिधियों के बीच वार्ता शुरू हुई. भारत की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीन की ओर से विदेश मंत्री वांग यी ने भाग लिया. वार्ता के बाद विदेश मंत्रालय से जारी बयान के मुताबिक दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों ने संकल्प जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निर्देशानुसार सीमा विवाद का एक तार्किक और परस्पर स्वीकार्य समाधान निकालने के लिए जल्द से जल्द प्रयास करेंगे.

सरहद पर शांति के प्रयास  
विशेष प्रतिनिधियों ने इस बात पर भी जोर दिया किया कि सीमा विवाद के निपटारे तक यह जरूरी है कि सरहद पर शांति बनाए रखी जाए. साथ ही दोनों पक्षों ने विश्वास बढ़ोतरी के उपायों को मजबूत करने पर भी जोर दिया. महत्वपूर्ण है कि प्रधानमंत्री मोदी औऱ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अक्तूबर 2019 में महाबलिपुरम में हुई दूसरी अनौपचारिक वार्ता के बाद सीमा विवाद पर विशेष प्रतिनिधियों की यह पहली मुलाकात थी.

साढ़े तीन हजार किलोमीटर की अनसुलझी सीमा
एशिया की दो सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्थाओं के आला नुमाइंदों ने इस बात पर भी रजामंदी जताई कि भारत औऱ चीन के सीमा-विवाद का समाधान आपसी रिश्तों के विकास के लिए भी जरूरी है. दोनों मुल्कों ने सीमा सामाधान तलाशते वक्त आपसी संवेदनशीलताओं को ध्यान में रखने पर भी जोर दिया. महत्वपूर्ण है कि भारत और चीन के बीच करीब साढ़े तीन हजार किमी की अनसुलझी सीमा है जिसे वास्तविक नियंत्रण रेखा कहा जाता है.

चीन में होगी अगली मुलाकात
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के आपसी हितों से जुड़े द्विपक्षीय रिश्तों, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की. दोनों देशों के बीच अगली मुलाकात चीन में होगी.

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