प्रशांत महासागर की सतह पर रहस्यमयी छेद किसने बनाए? वैज्ञानिकों ने खोला दशकों पुरानी खोज का राज
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प्रशांत महासागर की सतह पर रहस्यमयी छेद किसने बनाए? वैज्ञानिकों ने खोला दशकों पुरानी खोज का राज

Holes On Ocean Floor: वैज्ञानिकों ने प्रशांत महासागर की तलहटी में मौजूद रहस्यमयी छेदों की मौजूदगी का संभावित कारण पता लगा लिया है. उनके मुताबिक, ये गड्ढे शायद गुरुत्वाकर्षण की वजह से बने हैं.

प्रशांत महासागर की सतह पर रहस्यमयी छेद किसने बनाए? वैज्ञानिकों ने खोला दशकों पुरानी खोज का राज

Holes On Pacific Ocean Floor: महासागरों की सतह पर मौजूद रहस्यमयी छेद कैसे बने? अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दशकों पुरानी एक गुत्थी सुलझाने का दावा किया है. कैलिफोर्निया के बिग सुर तट के पास बड़े-बड़े छेद पाए गए थे. अब मोंटेरे बे एक्वेरियम रिसर्च इंस्टीट्यूड (MBARI) और स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पता लगा लिया है कि ये छेद क्यों बन रहे हैं. आमतौर पर यह माना जाता है कि महासागरों की सतह पर ऐसे पॉकमार्क मीथेन गैस या गर्म तरल की वजह से बनते हैं. यह गैस या तरल पदार्थ पृथ्वी के भीतर से ऊपर की तरफ आता है और थोड़ी तलछट भी फेंकता है. दुनिया के कुछ हिस्सों में मौजूद महासागरीय छेदों के बारे में यह बात सच है, लेकिन सबके लिए नहीं. कैलिफोर्निया की सुर पॉकमार्क फील्ड भी उन्हीं अपवादों में से एक है. लॉस एंजेलिस के साइज के इस इलाके में 5,200 से ज्यादा छेद हैं. उनकी चौड़ाई औसतन 175 मीटर और गहराई 5 मीटर तक है. ये पॉकमार्क 500 से 1,500 मीटर की गहराई पर मौजूद हैं. एक अंडरवाटर रोबोट की मदद से वैज्ञानिकों ने इलाके की स्टडी की. उन्हें यहां मीथेन वेंट या अन्य तरल की मौजूदगी के 'पर्याप्त सबूत' नहीं मिले. रिसर्च टीम को लगता है कि पॉकमार्क शायद गुरुत्वाकर्षण की वजह से बने हैं.

क्यों एक 'चेन' में उभरते हैं ऐसे समुद्री छेद?

ये छेद एक महाद्वीपीय ढलान पर मौजूद हैं. रोबोट ने सतह से कुछ सैंपल कलेक्ट किए हैं. उनके एनालिसिस से पता चलता है कि कम से कम पिछले 2,80,000 सालों से तलछट लगातार इस ढलान से नीचे बहती रही है. आखिरी बार बड़ा बहाव कोई 14,000 साल पहले हुआ था, शायद किसी भूकंप या ढलान के ढहने की वजह से. MBARI के रिसर्चर्स का कहना है कि ऐसी घटनाओं से हर पॉकमार्क का केंद्र घट सकता है. जब भारी मात्रा में तलछट नीचे जाता है तो उससे कहीं और चौड़ा पॉकमार्क बन सकता है. रिसर्च टीम के अनुसार, शायद इसी वजह से पॉकमार्क अक्सर किसी 'चेन' में  उभरते हैं. वैज्ञानिकों की हालिया स्टडी Geophysical Research Earth Surface जर्नल में छपी है.

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सुर पॉकमार्क फील्ड, उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तट के उन समुद्री तलों में से हैं जिसकी सबसे अच्छी तरह से स्टडी की गई है. हालांकि, रिसर्चर्स को अभी भी यह नहीं पता है कि तलछट या तरल पदार्थ पूरे क्षेत्र में कैसे चलता है. हाल तक, एक्सपर्ट्स यह भी नहीं जानते थे पोरपोइज और ईल उत्तरी सागर की ऐसी ही एक पॉकमार्क फील्ड में देखे गए सबसे छोटे छेद बना रहे थे. 

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