IND vs WI: टीम इंडिया की चेन्नई वनडे में हार के 5 कारण
India vs West Indies: वेस्टइंडीज के हेटमायर ने टीम इंडिया से चेन्नई वनडे छीन लिया, लेकिन इसमें भारतीय टीम की भी कुछ गलतियां रहीं.
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नई दिल्ली: टी20 सीरीज जीतने के बाद टीम इंडिया के हौसले वेस्टइंडीज के खिलाफ (India vs West Indies) वनडे सीरीज के लिए बुलंद थे. चेन्नई में हुए पहले वनडे की पिच अलग थी और टॉस हारने के बाद पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया शुरुआत में लड़खड़ाने के बाद 50 ओवर में 8 विकेट पर 287 रन बनाने में कामयाब हुई लेकिन शिमरोन हेटमायर ने इस लक्ष्य को आसान कर दिया. इस मैच में टीम इंडिया की हार के पांच खास कारण थे.
1. टीम इंडिया के दिग्गज फेल
टीम इंडिया की बल्लेबाजी की रीढ़ बन चुके तीन दिग्गज बल्लेबाज इस मैच में नहीं चले. पहले केएल राहुल (6) फिर कप्तान विराट कोहली (4) और बाद में रोहित शर्मा (36) टीम इंडिया को मजबूत शुरुआत देने में नाकाम रहे. ऐसे में अय्यर (70) और पंत (71) की पारी के दम पर टीम इंडिया के लिए 287 का स्कोर केवल सम्मानजनक स्कोर ही रहा.
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2. टीम इंडिया की खराब पेस गेंदबाजी
भारतीय पेसर्स के बारे में शुरू में लगा कि वे वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी पर लगाम कस कर दबाव डाल सकेंगे, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं लगा हेटमायर के आते ही भारतीय पेसर्स पारी के दौरान कभी विंडीज बल्लेबाजों के परेशान करते नहीं दिखे बल्कि आखिर में तो ऐसा लगा कि जैसे उन्होंने हार मान ली है. शिवम दुबे ने तो 7.5 ओवर में 68 रन लुटा दिए.
3. टीम इंडिया की खराब फील्डिंग
वैसे तो शुरू में टीम इंडिया ने कुछ अच्छी फील्डिंग दिखाई लेकिन जल्द ही एक बार फिर भारतीय फील्डिंग की कलई खुल गए. श्रेयस अय्यर का आसान कैच छोड़ना सबसे खास आकर्षण रहा. इसके अलावा भारतीय फील्डर्स के थ्रो भी सटीक नजर नहीं आए.
4. भारत ने स्पिनर्स की पूरी तरह से नाकामी
इस मैच में उम्मीद थी की पिच से स्पिनर्स कुछ मदद निकाल सकेंगे लेकिन कुलदीप और जडेजा ऐसाकरने में पूरी तरह से नाकाम रहे. कई बार कुलदीप जब शाई होप को एक दो बार बीट करते दिखे तो उनका उत्साह बचकाना सा लगा. ऐसे में वे रीव्यू भी गंवा बैठे, लेकिन उसकी कमी भी नहीं खली. दोनों एक भी विकेट नहीं ले सके.
5. लक्ष्य देकर न बचा पाने की कमजोरी
बेशक टीम इंडिया के पास शानदार खिलाड़ी हों, लेकिन वेस्टइंडीज ने उसकी लक्ष्य न बचा पाने की कमजोरी को हास्यास्पद ही बना कर रख दिया. मैच के दौरान विराट कभी भी दबाव डालते नहीं दिखा न ही उनकी कोई रणनीति नजर आई. गेंदबाजों का समय चयन तक नहीं दिखा. वहीं फील्ड प्लेसमेंट भी कोई बहुत अच्छा नजर नहीं आया.