एएफसी एशियन कप में भारतीय फुटबॉल टीम बहरीन से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई जिसके बाद टीम के कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने दिया इस्तीफा
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अबू धाबी: भारतीय फुटबाल को सोमवार को दोहरा झटका लगा जब एएफसी एशियन कप से बाहर होने के बाद भारतीय फुटबॉल टीम के कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने अपना पद छोड़ दिया. कांस्टेनटाइन ने एएफसी एशियन कप के अंतिम ग्रुप मैच में बहरीन के खिलाफ मिले 0-1 की हार के बाद इस्तीफा दे दिय. टूर्नामेंट के पहले मैच में थाईलैंड को 4-1 हराकर शानदार शुरुआत करने वाली भारतीय टीम अपनी जीत को लय को जारी नहीं रख सकी और मेजबान संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) एवं बहरीन के खिलाफ हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गई.
कांस्टेनटाइन ने मैच के तुरंत बाद अपने पद इस्तीफा देने की घोषणा कर दी. 56 वर्षीय कांस्टेनटाइन ने 2015 में टीम के मुख्य कोच का पद संभाला था और उनके मार्गदर्शन में टीम ने आठ साल के लंबे अंतराल के बाद एशियन कप के लिए क्वालीफाई किया. इससे पहले, कांस्टेनटाइन ने 2002 से 2005 के बीच भारतीय टीम के कोच रहे थे. सोमवार को आठ साल के लंबे अंतराल के बाद एएफसी एशियन कप में भाग ले रही भारतीय फुटबाल टीम ने पहली बार इस टूर्नामेंट के नॉकआउट राउंड में पहुंचने का सुनहरा मौका गंवा दिया.
अल शारजाह स्टेडियम में ग्रुप-ए के अपने तीसरे मैच में बहरीन ने भारत को 1-0 से मात देकर प्रतियोगिता से बाहर कर दिया. बहरीन के लिए मैच का एकमात्र गोल पेनाल्टी के जरिए इंजुरी टाइम (91वें मिनट) में जमाल राशिद ने दागा. इस हार के बाद भारतीय टीम को ग्रुप-ए में तीन अंकों के साथ आखिरी पायदान से ही संतोष करना पड़ा. भारत के खिलाफ पहले मैच में 1-4 से करारी शिकस्त झेलने वाली थाईलैंड की टीम ने ग्रुप स्तर के अपने अंतिम मैच में मेजबान संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेला और चार अंकों के साथ तीसरे पायदान पर रही.
भारत 1964 में इस टूर्नामेंट का उपविजेता रहा था लेकिन टूर्नामेंट राउंड रोबिन प्रारूप में खेला गया था और केवल चार टीमों ने ही उसमें हिस्सा लिया था. भारत के लिए मैच की शुरुआत खराब रही. बहरीन की टीम शुरुआत से ही भारत पर हावी नजर आई. पहले हाफ में भारत के फारवर्ड खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए लेकिन डिफेंस में मौजूद खिलाड़ियों ने नॉकआउट राउंड में पहुंचे की भारत की उम्मीदों को जिंदा रखा.
कांस्टेनटाइन ने दूसरे हाफ की शरुआत में दूसरा बदलाव किया. उन्होंने कुरुनियान की जगह थाईलैंड के खिलाफ पहले मैच में शानदार गोल करने वाले स्ट्राइकर जेजे लालपेखलुआ को मौका दिया. बहरीन ने अपना अटैक जारी रखा. मैच के अंतिम 10 मिनटों में बहरीन ने लगातार अटैक किया जिसका परिणाम उन्हें 91वें मिनट में पेनाल्टी के जरिए मिला. राशिद ने पेनाल्टी को गोल में बदलने में कोई गलती नहीं और अपनी टीम को अगले दौर में पहुंचा दिया.
(इनपुट आईएएनएस)