डॉ. मलानी ऐसे पहले हिंदू नेता बन चुके हैं जिसने पाकिस्तान के चुनावों में जनरल सीट से नेशनल असेंबली का चुनाव जीता है
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नई दिल्ली: पाकिस्तान के चुनावों के परिणाम तेजी से आ रहे हैं. ताजा परिणाम तो यही बताते हैं कि इस बार हमारे पड़ोसी देश की सत्ता पर पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ही काबिज होने वाले हैं. यही नहीं तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मुखिया इमरान खान ने पाकिस्तान में हुए आम चुनावों में इतिहास रच दिया. पांच सीटों पर चुनावी मैदान में उतरे इमरान ने इन सभी जगहों पर अपने प्रतिद्वंद्वियों को रिकॉर्ड मतों से मात दी. लेकिन आपको यह भी बता दें कि इमरान के अलावा एक शख्स और है जिसने एक इतिहास रचा है. यहां हम बात कर रहे हैं डॉ. महेश कुमार मलानी की. जी हां डॉ. मलानी ऐसे पहले हिंदू नेता बन चुके हैं जिसने पाकिस्तान के चुनावों में जनरल सीट से नेशनल असेंबली का चुनाव जीता है.
भुट्टो परिवार के नजदीकी हैं मलानी
आपको बता दें कि डॉ. महेश कुमार मलानी ने दक्षिणी सिंध प्रांत की थारपरकार सीट से जीत दर्ज की है. गौरतलब है कि इस सीट में हिंदुओं की बड़ी आबादी रहती है. मलानी इस इलाके के एक लोकप्रिय नेता हैं. और भुट्टो परिवार के नजदीकी माने जाते हैं. उनकी सभाओं में काफी भीड़ भी उमड़ती है. जानकारी के मुताबिक मलानी यहां से प्रांतीय असेंबली में चुने जाते रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक थारपरकार में उनकी पैठ सिर्फ हिंदुओं के बीच ही नहीं बल्कि मुसलमानों के बीच भी है. मलानी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता हैं. जीत के बाद उन्होंने ट्वीट किया कि थारपरकार ने साबित कर दिया कि वो पूरी तरह से केवल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के साथ हैं.
पुष्करणा ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं मलानी
आपको बता दें कि महेश कुमार मलानी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के टिकट पर दक्षिण सिंध प्रांत की थारपरकर सीट से जीतने वाले पहले हिंदू हैं. वर्ष 2013 के आम चुनावों में मलानी सिंध प्रांत की विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 55 वर्षीय मलानी पाकिस्तान के राजस्थानी पुष्करणा ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. उनके ट्विटर अकाउंट पेज पर वे अपना परिचय प्रबल भुट्टोवादी और दिल से पाकिस्तानी के रूप में देते हैं. उन्होंने दक्षिण सिंध प्रांत की थारपरकर नेशनल असेंबली सीट से ग्रांड डेमोक्रेटिक एलायंस के अरब जकउल्लाह को 18,922 वोटों से हराया है. पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, मलानी को 37,245 वोट मिले थे जबकि जकाउल्ला को केवल 18,323 वोट ही मिले.
पहले भी रह चुके हैं राष्ट्रीय असेंबली के सदस्य
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महेश मलानी एक उद्योगपति हैं. उनकी कंपनी का मुख्यालय कराची में है. थारपरकार के मीठी में रहने वाला उनका परिवार रसूखदार परिवारों में गिना जाता है. वो दो दशकों से कहीं ज्यादा समय से पाकिस्तान की राजनीति में सक्रिय रहे हैं. आपको बता दें कि मलानी वर्ष 2003 से 2008 तक पाकिस्तान की राष्ट्रीय असेंबली के सदस्य रह चुके हैं. उस वक्त वे अल्पसंख्यकों की रिजर्व सीट पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी द्वारा नामित किए गए थे. यहां आपको बता दें कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अल्पसंख्यकों और महिलाओं के लिए 72 सीटें आरक्षित है. वर्ष 2013 के चुनावों में मलानी नेशनल असेंबली तो नहीं पहुंचे लेकिन सिंध की प्रांतीय असेंबली में विधायक के रूप में चुने गए थे. उसी दौरान वो सिंध प्रांत के सूचना और तकनीक मंत्री भी रह चुके हैं.