इस देश में पड़ी फूट! आजादी की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे लाखों लोग
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इस देश में पड़ी फूट! आजादी की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे लाखों लोग

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कंजर्वेटिव पार्टी के सम्मेलन में योजना को लेकर अपना विरोध जताते हुए दावा किया कि अधिक जनमत संग्रह कुल मिलाकर 'राष्ट्रीय कलह' का कारण बन जाएगा.

फोटो साभार: Reuters

एडिनबर्ग: ब्रिटेन से स्कॉटलैंड की आजादी की मांग को लेकर हजारों समर्थक यहां सड़कों पर उतर आए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, 'ऑल अंडर वन बैनर' (एयूओबी) अभियान द्वारा आयोजित शनिवार का मार्च अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन था, जिसने अन्य स्कॉटिश कस्बों और शहरों में इसी तरह के प्रदर्शनों का आयोजन किया. एयूओबी ने कहा कि मार्च में कम से कम 100,000 लोग शामिल हुए, लेकिन कुछ अनुमानों में यह संख्या दोगुनी दर्शाई गई है.
बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद थी, लेकिन प्रदर्शन के दौरान कोई अनहोनी घटना या समस्या नहीं हुई.

स्कॉटलैंड की प्रथम मंत्री निकोला स्टर्जन, जो रैली में शामिल नहीं हुईं, उन्होंने आयोजकों को एक संदेश भेजा, जिसमें कहा गया कि वह मन से उनके साथ ही मौजूद हैं. स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) की नेता स्टर्जन ने अपने संदेश में कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि आजादी आ रही है." स्कॉटिश संसद में बैठने वाली स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) की नेता जोआना चेरी प्रमुख वक्ताओं में से एक थीं.

चेरी बिना सौदे वाले ब्रेक्सिट को रोकने के लिए ब्रिटिश सरकार को अदालत में ले जाने वाले प्रमुख लोगों में से एक रही हैं. स्कॉटलैंड ने 2016 में ब्रेक्सिट में बने रहने के लिए जनमत संग्रह में मतदान किया था.

लेकिन प्रचारकों का कहना है कि यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने के मामले से ब्रिटिश सरकार द्वारा जिस तरीके से निपटा जा रहा है, उसके मद्देनजर वे दूसरा जनमत संग्रह चाहते हैं. लेकिन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कंजर्वेटिव पार्टी के सम्मेलन में योजना को लेकर अपना विरोध जताते हुए दावा किया कि अधिक जनमत संग्रह कुल मिलाकर 'राष्ट्रीय कलह' का कारण बन जाएगा.

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