विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट खुले, श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति नहीं

विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ के कपाट छह माह के शीतकालीन अवकाश के बाद सोमवार को सुबह पांच बजे खोल दिए गए. पिछले साल की तरह इस बार भी कोरोना महामारी के कारण कपाट के उद्घाटन के दौरान श्रद्धालु उपस्थित नहीं रहे.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 17, 2021, 08:41 AM IST
  • सोमवार को सुबह पांच बजे खोल दिए गए कपाट
  • मुख्य पुजारी ही केवल नित पूजाएं संपन्न कराएंगे
विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट खुले, श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति नहीं

जोशीमठः गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के बाद सोमवार को भगवान केदारनाथ मंदिर के भी कपाट खुल गए. अब 6 महीने तक यहीं भगवान केदार के दर्शन और उनकी पूजा होगी. कोरोना संक्रमण के चलते कपाट खुलने के मौके पर केदारनाथ धाम के रावल, मुख्य पुजारी, प्रशासन समेत देवस्थानम बोर्ड के कुछ सदस्य ही मौजूद थे.

फिलहाल मंदिर में भक्तों के दर्शन पर सरकार ने रोक लगाई है. मुख्य पुजारी ही केवल नित पूजाएं संपन्न कराएंगे. वही प्रथम पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम मंदिर में की गई.

सुबह पांच बजे खोले गए कपाट
जानकारी के मुताबिक, विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ के कपाट छह माह के शीतकालीन अवकाश के बाद सोमवार को सुबह पांच बजे खोल दिए गए. पिछले साल की तरह इस बार भी कोरोना महामारी के कारण कपाट के उद्घाटन के दौरान श्रद्धालु उपस्थित नहीं रहे.

इस दौरान 11 क्विंटल फूलों से बाबा केदारनाथ के इस धाम को सजाया गया है. शीतकाल के छह महीनों तक पंचगद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विश्राम करने के बाद गत 14 मई केदार बाबा की उत्सव डोली धाम के लिए रवाना हुई थी. 

भक्तों को होंगे ऑनलाइन दर्शन
डोली 15 मई को धाम में पहुंच गई थी. दो दिन धाम में विश्राम करने के बाद केदारनाथ भगवान मंदिर में विराजमान हो गए हैं. अब आने वाले छह महीनों तक यही पर केदारबाबा विराजमान रहेंगे. हालांकि भक्तों-श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की जा रही है. 

प्रशासन ने लगाई पाबंदी
सुबह सर्वप्रथम मंदिर के सीलबंद मुख्य कपाट को खोला गया, इसके बाद गर्भगृह में पूजा अर्चना की गई. रावल भीमाशंकर लिंग व मुख्य पुजारी बागेष लिंग ने मंदिर के अंदर कपाट खुलने के अवसर पर संपन्न होने वाली पूजाएं व सभी औपचारिकताएं पूरी की, मंदिर के कपाट भले ही खोल दिए गए हैं, लेकिन आम भक्तों के दर्शनों पर प्रशासन ने पाबंदी लगाई है.

मंगलवार को खुलेगा बदरीनाथ कपाट
इसी के साथ मंगलवार 18 मई को चमोली में स्थित भगवान बदरीनाथ के कपाट सुबह सवा चार बजे ब्रहममुहूर्त में खुल जाएंगे. कोविड के कारण यहां भी श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं होगी. केवल सीमित संख्या में ही लोग उपस्थित रहेंगे और इस दौरान भी कोरोना नियमों का पूरा ध्यान रखा जाएगा. 

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