नई दिल्ली: आतंक के खिलाफ मोदी-पुतिन का महाअभियान का समापन हो गया है. आज झांसी में भारत और रूस के संयुक्त सैन्य अभ्यास 'इंद्र 2019' का आखिरी दिन था. 10 दिन चले युद्धाभ्यास में दोनों सेनाओं ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया.
हिन्दुस्तान की ताकत देख दुश्मन थर्राया
दस दिन में दुश्मन को डराने और थर्राने वाला कौशल देखने को मिला. भारत में ऐसा पहली बार हुआ, जब दोनों देशों की तीनों सेनाओं थल सेना, वायु सेना और नौसेना ने संयुक्त अभ्यास किया है.
Exercise #INDRA 2019
Tri-services joint training exercise #INDRA between strategic partner countries #INDIA & #RUSSIA culminated. Aim of enhancing #interoperability for #CounterTerrorOperations through #jointness & best practices successfully undertaken and shared by both. pic.twitter.com/dcvflv0WiU
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) December 19, 2019
झांसी की बबीना फील्ड फायरिंग रेंज में हुए प्रदर्शन में दोनों देशों की सेनाओं की टुकड़ियों ने आतंकवादियों के खिलाफ युद्धभ्यास किया. युद्धभ्यास में आतंकियों के चंलुल से एक गांव को बचाया. दोनों देशों के संयुक्त युद्धाभ्यास में आतंकियों पर भारी गोलाबारी का प्रदर्शन किया गया.
युद्धाभ्यास में हथियारों का प्रदर्शन
युद्धाभ्यास के दौरान बड़ी तादाद में T90 टैंक, BMP मोर्टार रॉकेट लॉन्चर, एयर डिफेंस सिस्टम, मानव रहित विमान LMG और कई दूसरे हथियारों का प्रदर्शन किया गया.
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बबीना फील्ड फायरिंग रेंज में एकदम युद्ध जैसा माहौल था. सेना के अद्भुत प्रदर्शन को देखकर रक्षा राज्य मंत्री भी उत्साहित दिखे. भारत-रूस के इस युद्धाभ्यास का नजारा देखकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की रूह कांप उठी होगी. क्योंकि इस ट्रेलर को देखकर आतंकिस्तान को ये समझ में आ गया होगा कि उसकी कोई भी एक छोटी सी भूल, पाकिस्तान में तबाही का सैलाब ला सकता है.
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