नई दिल्ली: किसान आंदोलन के नाम पर देश में हिंसा और आगजनी भड़काने की साजिश हो रही थी. गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस को कई ऐसे इनपुट मिल रहे थे जिनमें भीड़ को उकसाने की साजिश का खुलासा हुआ था.
केंद्र सरकार ने उन भड़काऊ ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड करने का निर्देश ट्विटर को दिया था जिनमें देश के खिलाफ जहरीली भाषा का प्रयोग किया गया था. सरकार के सख्त तेवरों के आगे ट्विटर को झुकना पड़ा है और 126 भड़काऊ कंटेंट के URL को ब्लॉक कर दिया गया है.
Twitter ने ब्लॉक किये 126 URL
Twitter ने 126 ऐसे यूआरएल ब्लॉक कर दिए हैं जो किसान आंदोलन की आड़ में भारत में हिंसा व उपद्रव को भड़काने के लिए किए जा रहे ट्वीट के साथ शेयर किए जा रहे थे.
ये भी पढ़ें- किसान आंदोलन में शहीद हुए जवानों को सलामी देने घर पहुंचे ADG विनोद सिंह
गौरतलब है कि ट्विटर ने पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) मंत्रालय के निर्देश के मुताबिक कार्रवाई नहीं किया है. अभी भी भड़काऊ पोस्ट करने वाले कई ट्विटर अकाउंट सक्रिय हैं. भारत में ट्विटर के शीर्ष अधिकारी ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद से मुलाकात की गुहार लगाई है.
केंद्र सरकार ने 1200 ट्विटर अकाउंट बंद करने का दिया था निर्देश
आपको बता दें कि केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय ने 4 फरवरी, 2021 को ट्विटर के साथ 1178 ट्विटर अकाउंट की लिस्ट माइक्रोब्लॉगिंग साइट कंपनी Twitter के साथ साझा की थी. इन अकाउंट्स को सुरक्षा एजेंसियों ने खालिस्तान समर्थकों, पाकिस्तान से समर्थित और विदेश से ऑपरेट होने वाले हैंडल्स के तौर पर चिन्हित किया था. सरकार ने ट्विटर से इन हैंडल्स को हटाने को कहा था.
कई बार ऐसा हुआ है जिसमें ट्विटर और सोशल मीडिया का सहारा लेकर देश विरोधी ताकतें भारत के खिलाफ साजिश करने लगती हैं. किसान आंदोलन में भी यही देखा गया है. लाल किले पर हुई हिंसा और उपद्रम में कई हिंदुस्तान विरोधी ताकतों की साजिश का खुलासा हुआ है.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.