जबलपुर: प्रशासन के निर्देश पर माफियाओं के खिलाफ नकेल कसने की कवायद रंग ला रही है. आम जनता भी अब इस मुहिम से अब सीधे तौर पर जुड़ गई है. इसका नतीजा है कि जबलपुर जिले में कलेक्ट्रेट कार्यालय में रखी माफिया विरोधी शिकायत पेटी में दिनों दिन शिकायतें बढ़ती ही जा रही हैं.
पांच गुना हुई शिकायतें
पिछले 2 सप्ताह के अंदर जनता के द्वारा की जा रही शिकायतों का आंकड़ा 30 से बढ़कर 150 के ऊपर पहुंच गया है. खास बात यह है कि जनता की शिकायतों में भू माफियाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा शिकायतें आई हैं. इन सभी में किसी न किसी बड़े रसूखदार का नाम भी लिया गया है.
इसके अलावा अब शिक्षा माफिया ,शराब माफिया ,अवैध खनन माफिया व स्वास्थ्य माफिया की भी शिकायतें मिल रही हैं.
शिकायतों के निस्तारण के लिए प्रशासन है गंभीर
कलेक्टर के पास पहुंची शिकायतों में कुछ ऐसी भी हैं जिन की गंभीरता को देखते हुए संबंधित विभाग के रिकॉर्ड को खंगालना शुरू कर दिया गया है.
खास बात यह भी है कि शिकायतों के अंबार को किसी पेटी या फिर फाइलों में दबा कर नहीं रखा जाएगा बल्कि भोपाल से मिले निर्देश पर सभी शिकायतों को सूचीबद्ध किया जा रहा है.
जनता की शिकायतों से प्रशासन हो रहा मजबूत
जनता जो शिकायते लिखित रुप में दे रही हैं, उन सभी की कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में डाटा एंट्री भी की जा रही है. यह सभी शिकायतें एक तरह से प्रशासन के हाथों को मजबूत कर रही हैं. क्योंकि प्राप्त शिकायतों में कई शिकायतें ऐसी भी है, जिनकी जानकारी प्रशासनिक अमले तक को नही थी.
कलेक्टर भरत यादव ने बताया कि माफियाओं को लेकर चल रही कार्यवाही सतत रूप से जारी है. शहर में कानून व्यवस्था बिगड़ने के चलते इस मुहिम में ढील जरूर दी गई थी लेकिन इस सप्ताह बड़ी कार्रवाई देखने को मिल सकती है.
जनता की शिकायतों की छानबीन करने पर एक और बात सामने आई है कि इस मुहिम में सिर्फ भूमाफिया नहीं बल्कि हर क्षेत्र में व्याप्त माफियाओं की शिकायते मिल रही है.
पिछले सप्ताह में कलेक्टर ने अधिकारियो को चिटफंड माफियाओ की सूचनी बनाने के आदेश दिए थे. जिसे लेकर इस सप्ताह बड़ी कार्यवाही संभव है.