आतंक के दो शैतान, जिनपिंग और इमरान

हद तो तब हो गई जब चीन ने आतंकवाद के खात्मे के लिए पाकिस्तान की नीतियों की तारीफ में कसीदे पढ़ने शुरू कर दिए.चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिझियान झाओ ने कहा कि चीन अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधी भूमिका निभाने के लिए पाकिस्तान की तारीफ करता है.

Written by - Rajendra Kumar | Last Updated : Nov 23, 2020, 09:25 AM IST
  • सीपेक को लेकर दहशत में चीन
  • पाकिस्तान का आतंकवाद पर अनर्गल प्रलाप
  • भारत पर सीपेक को निशाना बनाने का आरोप
आतंक के दो शैतान, जिनपिंग और इमरान

नई दिल्ली: दुनियाभर में आतंक के आकाओं में अब जिनपिंग का नाम भी तेजी से लिया जाने लगा है। भारत का विरोध करते- करते चीन ने अब हदें पार कर दी हैं और इमरान और एर्दोगान की तरह जिनपिग भी अब खुल्लमखुल्ला आतंकियों के साथ खड़े हो गए हैं. नगरोटा में पाकिस्तान से आए 4 आतंकियों को मार गिराने के बाद जब प्रधानमंत्री मोदी ने जोरदार हमला बोला तो चीन को मिर्ची लग गई. 

चीन खुलकर पाकिस्तान के समर्थन में आ गया . हद तो तब हो गई जब चीन ने आतंकवाद के खात्मे के लिए पाकिस्तान की नीतियों की तारीफ में कसीदे पढ़ने शुरू कर दिए.चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिझियान झाओ ने कहा कि चीन अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधी भूमिका निभाने के लिए पाकिस्तान की तारीफ करता है.

पाकिस्तान पर इन दिनों उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत चरितार्थ हो रही है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारत पर दहशतगर्दी का आरोप लगाते हुए कहा है कि वो सीपेक प्रोजेक्ट को निशाना बना रहा है. इतना ही नहीं आतंकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इसका बहीखाता भी दे डाला.

उन्होंने कहा कि भारत ने सीपेक को बर्बाद करने के लिए 80 अरब का फंड जुटाया है. कुरैशी का अनर्गल प्रलाप यहीं नहीं रूका उसने कहा कि चीन को अच्छी तरह पता है कि भारत सीपेक को पूरा नहीं होने देना चाहता. कुरैशी ने कहा कि ओआईसी यानी इस्लामी देशों की अगली बैठक में वो इस मुद्दे को उठाएगा.

सीपेक पर बवाल, पाकिस्तान में अकाल

दरअसल हकीकत ये है कि चीन- पाकिस्तान का सीपेक एक तरह  से अवैध निर्माण है क्योंकि ये पीओके और गिलगिट बाल्टिस्तान से होकर जाता है. जो भारत का हिस्सा है जबकि चीन ने कभी भारत से इस प्रोजेक्ट के बारे में कोई सहमति नहीं ली. अब वहां के लोगों ने चीन और पाकिस्तान के खिलाफ विद्रोह का झंडा उठा लिया है.

पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान की आवाम को लगता है कि चीन उनके संसाधनों को लूट रहा है और ज़मीनों पर अवैध कब्जे कर रहा है लिहाजा वो हर हाल में सीपेक का विरोध कर रहे हैं. हालांकि भ्रष्टाचार के फेर में फंसे सीपेक पर इस वक्त काम करीब करीब रूका हुआ है. इससे नाराज चीन अब पाकिस्तान पर शिकंजा कसता जा रहा है. चीन ने कर्ज की दरें बढ़ाने का फैसला किया है जिससे पाकिस्तान की मुश्किलें बहुत बढ़ सकती हैं जो पहले से कंगाली में जी रहा है. पाकिस्तान में आटा- दाल खरीदना अब आम आदमी के बूते की बात नहीं रह गई है. मुद्रास्फीति की दर ऊंची है और लोगों के सामने भूखे मरने की नौबत है.

क्यों चीन को सीपेक के डूबने का डर सता रहा है.

नंबर 1- चीन को डर सताने लगा है कि भारत सीपेक को रोक देगा
नंबर 2. पीओके और गिलगिट बाल्टिस्तान में चीन के खिलाफ विरोध बढ़ रहा है
नंबर 3. चीन को लगता है कि भारत विरोध को बढ़ावा दे रहा है
नंबर 4. चीन भविष्य में भारत को अपना कड़ा प्रतिस्पर्धी मान रहा है

चीन की चाल में फंसा पाकिस्तान बिकेगा

पाकिस्तान चीन के कर्ज में इस कदर फंस चुका है कि अब बिकने के कगार पर है. सिंध के दो आइलैंड की रजिस्ट्री पाकिस्तान पहले ही चीन को कर चुका है. अब गिलगिट बाल्टिस्तान और पीओके की सैकड़ों एकड़ जमीन भी वो चीन को देने की तैयारी में है. लेकिन भारत की नाराजगी के चलते पाकिस्तान ने अब भारत पर पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा देने का झूठा आरोप लगाना शुरू कर दिया है.

कुछ जानकारों को शक है कि पाकिस्तान ज़मीन का सौदा करने का बहाना ढूंढ़ रहा है इसीलिए भारत पर बेवजह के आरोप लगा रहा है. इतना ही नहीं सीपेक को बचाने के लिए चीन ने मसूद अजहर को हिन्दुस्तान के खिलाफ खड़ा कर दिया है.

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खुफिया सूत्रों से पता चला है कि चीन ने जैश को ड्रोन दिए हैं ताकि वो आतंकियों को हथियार और गोला बारूद गिरा सके और हिन्दुस्तान में आतंकी हमले तेज कर सके. इसके अलावा चीन ने इन दिनों बाजवा के एक और आतंकी संगठन अलबद्र को भी साजोसामान और हथियार दिए हैं.

इमरान-जिनपिंग की नई आतंकी साजिश

जैश और अलबद्र जैसे आतंकी संगठनों को भारत के सुरक्षाबलों ने पूरी तरह से नाकाम कर दिया है. लिहाजा अब भारत के खिलाफ आतंक की आग लगाने के लिए पाकिस्तान ने नया आतंकी संगठन खड़ा किया है. नए आतंकी संगठन का नाम लश्कर-ए-मुस्तफा जिसका चीफ हिदायतुल्ला मलिक है .

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उधर जैश जहां बालाकोट और शकरगढ़ में नए आतंकियों को ट्रेनिंग दिला रहा है वहीं लश्कर- ए- तैयबा खैबरपख्तूख्वा के जंगल मंगल कैंप में 23 आतंकियों की ट्रेनिंग दे रहा है. खबर है कि इन्हें घुसपैठ कराकर दिसंबर में कश्मीर घाटी भेजने की तैयारी है . इसके लिए पाकिस्तान ने सांबा और नौशेरा सेक्टर में कई सुरंगे बनाई हैं. ऐसी ही एक सुरंग को रविवार को भारतीय सुरक्षाबलों ने खोज निकाला. शक है कि इसी सुरंग के जरिए नगरोटा में मारे गए चारों आतंकी आए थे.

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