Hashim Baba: हाशिम बाबा गैंग और उसके सरगना की कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है. संजय दत्त का जबरा फैन कैसे दिल्ली का टॉप मोस्ट वांटेड गैंगस्टर बना, आइए जानते हैं.
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Hashim Baba Gang History: दिल्ली पुलिस ने हाल ही में मुठभेड़ के बाद तीन शॉर्प शूटरों को पकड़ा जो सीलमपुर मर्डर केस में शामिल थे. जांच हुई तो पता चला ये तीनों हाशिम बाबा गैंग (Hashim Baba Gang) के शार्प शूटर हैं. इन्होंने ही 9 मार्च, 2024 को अरबाज पर गोलियां बरसाई थीं. शार्प शूटरों के पकड़े जाने के बाद अब हर किसी के मन में सवाल है कि हाशिम बाबा गैंग क्या है, उसका सरगना कौन है? हाशिम बाबा गैंग के लोगों में इतनी हिम्मत कहां से आई कि उन्होंने पहले अरबाज और बाद में एनकाउंटर के दौरान पुलिस पर गोलियां बरसाने की जुर्रत की. आइए हाशिम बाबा और उसके गैंग का कच्चा चिट्ठा जानते हैं.
संजय दत्त का जबरा फैन है हाशिम बाबा
जान लें कि हाशिम बाबा गैंग का नाम उसके सरगना हाशिम बाबा के नाम पर है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाशिम बाबा का असली नाम आसिम है. हाशिम बाबा को बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त का तगड़ा फैन बताया जाता है. इसीलिए हाशिम बाबा वैसे ही लंबे बाल रखता है जैसे संजय दत्त 90 के दशक में रखा करते थे. इतना ही नहीं हाशिम के कहने पर ही उसके गैंगस्टर उसे बाबा कहकर बुलाते हैं. उसे ये नाम बहुत पसंद है.
दाऊद इब्राहिम बनने की चाहत
जानकारी तो ये भी मिलती है कि फैन तो भले ही हाशिम बाबा, संजय दत्त का है. लेकिन वह चलता अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के नक्श-ए-कदम पर है. दाऊद इब्राहिम हमेशा से दाऊद इब्राहिम की तरह मशहूर होना चाहता था. हाशिम बाबा के दिल में हमेशा ये हसरत रखी कि उसका खौफ सिर्फ दिल्ली के यमुनापार इलाके में नहीं बल्कि देश-दुनिया तक हो. इसके लिए उसने कई मर्डर किए, फिरौती लीं और लोगों को धमकाया.
क्राइम की दुनिया में हाशिम बाबा की एंट्री
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाशिम बाबा ने पहले नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के इलाके में जुआ खिलाना शुरू किया था. इससे अच्छी खासी कमाई के बाद हाशिम बाबा ने गैंगस्टर नासिर का गैंग ज्वाइन किया. इसके बाद अपनी पहचान बनाने के लिए हाशिम बाबा ने कई रॉबरी की, फिरौती वसूली और कई हत्या भी की. हाशिम बाबा का मेन काम व्यापारियों को धमकाना, उनसे फिरौती वसूलना और जो बात ना माने उसको मार देने का था.
हाशिम बाबा गैंग कैसे बना?
एक तरफ क्राइम की दुनिया में हाशिम बाबा का नाम चढ़ रहा था, इसी बीच गैंग लीडर नासिर जेल चला गया. इसके बाद हाशिम बाबा ने नासिर के गैंग की कमान संभाल ली और खुद लीडर बन गया. हालांकि, जब नासिर जेल से वापस आया तो नासिर और हाशिम बाबा का गैंगस्टर का लीडर बनने को लेकर झगड़ा हो गया. दोनों के गैंगवार में कई लोग मारे गए और आखिरकार हाशिम बाबा ने अपना खुद का गैंग बना लिया और उसका नाम हाशिम बाबा गैंग रखा.
फिर क्यों उछला हाशिम बाबा का नाम?
कहा जाता है कि हाशिम बाबा गैंग का असर, दिल्ली के चांद बाग, मुस्तफाबाद और सीलमपुर में ज्यादा रहा. हालांकि, सीलमपुर में हाल में हुए सीलमपुर मर्डर केस में नाम आने के बाद हाशिम बाबा का नाम फिर से उछला है. तीन शार्प शूटर तो पकड़े जा चुके हैं लेकिन सवाल उठता है कि लोगों को हाशिम बाबा गैंग के खौफ से छुटकारा कब मिलेगा.
कैसे पकड़ा गया हाशिम बाबा?
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस टॉप मोस्ट गैंगस्टर हाशिम बाबा को नवंबर, 2020 में ही गिरफ्तार कर चुकी है. हाशिम बाबा भी मुठभेड़ के बाद हाथ लगा था. हाशिम बाबा पर 6 लाख रुपये का इनाम था. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने हाशिम बाबा के पास से एक 9एमएम पिस्टल, जिंदा कारतूस और बाइक बरामद की थी.