Periods में रैशेज से रहती हैं परेशान! तो घबराएं नहीं, ये उपचार देंगे तुरंत राहत
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Periods में रैशेज से रहती हैं परेशान! तो घबराएं नहीं, ये उपचार देंगे तुरंत राहत

Period Rashes: मासिक धर्म में स्वच्छता का खास ख्याल रखना चाहिए. इसके लिए आप अच्छी क्वालिटी के पीरियड प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें. वहीं इसके साथ-साथ अपको अपनी योनि की त्वचा का भी ख्याल रखना जरूरी है. पीरियड रैश से अधिकतर महिलाएं परेशान रहती हैं. आइये इसके बारे में विस्तार से जानें.  

Periods में रैशेज से रहती हैं परेशान! तो घबराएं नहीं, ये उपचार देंगे तुरंत राहत

Period Rashes: महिलाओं के वह पांच दिन काफी पेनफुल होते हैं. इस दौरान हम गंदा और असुविधाजनक महसूस करते हैं. महिलाएं उस एक हफ्ते के दौरान शारीरिक और भावनात्मक कई तरह की समस्याओं का एक साथ सामना करती हैं. पीरियड्स के अंतिम दिनों में एक नई समस्या पीरियड रैशेज की शुरू हो जाती है. इससे बहुत ही इर्रिटेशन होती है और कभी-कभी लाल निशान भी पड़ने लगते हैं. क्या आपको पता है कि ऐसा क्यों होता है? अगर आप भी मासिक धर्म के दौरान रैशेस से परेशान रहती हैं तो आज आपको बताएंगे इसके कारण और बचाव के उपचार.

ये है पीरियड में रैश की वजह
दरअसल, सैनिटरी पैड पहनने से शरीर के मूवमेंट के दौरान फ्रिक्शन के कारण दाने होने लगते हैं. एक्सपर्ट्स के अनुसार, पीरियड के दौरान चलना, दौड़ना और शारीरिक गतिविधि रैश का कारण बन सकती है. साथ ही, इन दिनों उस जगह पर काफी नमी पैदा हो जाती है जिसके कारण भी दाने या रैशेज होने लगते हैं. अगर सही तरीके से देखा जाए तो इसकी मुख्य वजह सैनिटरी पैड का इस्तेमाल करना है. इन पीरियड पैड्स में केमिकल मौजूद होते हैं जिससे योनि और जांघ के अंदरूनी हिस्सों में परेशानी और रैशेज होने लगते हैं. कई बार हम इर्रिटेशन होने पर उस जगह पर खुजला लेते हैं, जिससे लाल निशान पड़ जाते हैं. 

इस तरह पाएं पीरियड रैशेज से राहत 

1. दर्द और सूजन में बर्फ बहुत उयोगी होती है. इसलिए एक या दो बर्फ के टुकड़े लें, उन्हें एक साफ कपड़े में लपेट ले. फिर प्रभावित क्षेत्रों पर सिकाई करें. इससे आपको सूजन या जलन से राहत मिलेगी. साथ ही आप तुरंत बेहतर महसूस करेंगी.

2. कोकोनट ऑयल में अनेकों गुण पाए जाते हैं. यह पैड रैश के लिए एक बेहतरीन उपाय होता है. साथ ही, यह आपकी त्वचा को मॉइस्चराइज भी करता है. इसलिए रात को सोने से पहले प्रभावित हिस्से को ठंडे पानी से साफ करके कॉटन बॉल से प्रभावित एरिया पर नारियल का तेल लगाएं. इसे आप सुबह नहाने के बाद भी लगा सकती हैं.

3. नीम एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है. आप एक बर्तन में पानी उबाल लें. फिर इसमें लगभग 20 नीम की पत्तियां डाल दें और कुछ देर के लिए छोड़ दें. पानी ठंडा होने के बाद इससे प्रभावित क्षेत्र को धोने के लिए इस्तेमाल करें. आप इससे नहा भी सकती हैं. नीम आपकी त्वचा के लिए अच्छी होती है.

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