कारगिल विजय दिवस के मौके पर उस जंग में हिस्सा लेने वाले कई सैनिकों ने अपने अनुभवों को साझा किया.
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द्रास (जम्मू-कश्मीर): कारगिल विजय दिवस के मौके पर उस जंग में हिस्सा लेने वाले कई सैनिकों ने अपने अनुभवों को साझा किया. इस कड़ी में कारगिल की 1889 मिसाइल रेजीमेंट के नायक दीपचंद ने कहा, ''मेरी बटालियन ने युद्ध के दौरान 10000 राउंड फायर किए. मुझे इस बात पर गर्व है. उस वक्त हमारे सामने बस एक ही लक्ष्य था-दुश्मन को तबाह करना. मैं यहां उन वीरों को श्रद्धांजलि देने आया हूं जो जंग में शहीद हुए.''
इसी तरह आर्मी के डीजी एविएशन लेफ्टिनेंट जनरल कंवल कुमार और 14 कार्प कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी एक साथ तोलोलिंग टॉप पर पहुंचे. कारगिल युद्ध के दौरान टोलोलिंग टॉप पर उन्होंने एक साथ उड़ान भरी थी.
Army’s DG Aviation Lt Gen Kanwal Kumar and 14 Corps Commander Lt Gen YK Joshi landed together at the Tololing top. They had flown to Tololing top together 20 years ago during the Kargil war. #KargilVijayDiwas pic.twitter.com/Ytcq5SIo0O
— ANI (@ANI) July 25, 2019
जनरल बिपिन रावत ने कहा...
कारगिल विजय दिवस के मौके पर आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हम पाकिस्तानियों को वापस खदेड़ने के लिए इस जंग के लिए मजबूर हुए. उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सेना से कहा कि इन घुसपैठियों को हटाइए. बस फिर क्या था, उन लोगों को हटा दिया गया. ये दर्शाता है कि प्रधानमंत्री ने किस कदर सेना पर भरोसा जताया और सेनाओं ने उनको निराश नहीं किया. आज का दिन उन शहीदों को श्रद्धांजलि देने का है. इसके साथ ही देश को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों को चाहें जितना कठिन लक्ष्य दिया जाए, वह पूरा किया जाएगा. हमें बस आपके सहयोग की जरूरत है.
Navy Chief Admiral Karambir Singh, Air Force Chief BS Dhanoa and Army Chief General Bipin Rawat paid tributes wearing their respective forces’ combat fatigues, in Drass today. #KargilVijayDiwas pic.twitter.com/rBdgRrSobn
— ANI (@ANI) July 26, 2019
पाकिस्तान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि पाकिस्तान किस हालात से गुजर रहा है ,उनके यहां निर्देश कौन देता है, आप वाकिफ हैं. उनकी माली हालत बुरी है और पैसे के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं और एक बार उन्हें पैसा मिल गया तो क्या करेंगे आप जानते हैं?
कारगिल के वीरों को नमन
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और भारतीय सेना ने शुक्रवार को ऑपरेशन विजय में भाग लेने वाले सैनिकों की वीरता को याद करते हुए कारगिल युद्ध की 20वीं वर्षगांठ मनाई. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, "कारगिल विजय दिवस, हमारे कृतज्ञ राष्ट्र के लिए 1999 में कारगिल की चोटियों पर अपने सशस्त्र बलों की वीरता का स्मरण करने का दिन है. हम इस अवसर पर, भारत की रक्षा करने वाले योद्धाओं के धैर्य व शौर्य को नमन करते हैं. हम सभी शहीदों के प्रति आजीवन ऋणी रहेंगे. जय हिन्द."
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कारगिल के शहीदों के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, "कारगिल विजय दिवस पर मां भारती के सभी वीर सपूतों का मैं हृदय से वंदन करता हूं. यह दिवस हमें अपने सैनिकों के साहस, शौर्य और समर्पण की याद दिलाता है. इस अवसर पर उन पराक्रमी योद्धाओं को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया. जय हिंद."
भारतीय वायु सेना ने कहा, "कारगिल शहीदों को नमन और हमारे वीर सैनिकों के साहस, वीरता और बलिदान को सलाम. भारत की अखंडता को बनाए रखने और उसकी रक्षा करने वाले बहादुर सैनिकों की शहादत को याद करें."
रक्षा मंत्रालय (सेना) के जन सूचना के अतिरिक्त महानिदेशक ने ट्वीट किया, "साल 1999 में मई-जुलाई तक हुए कारगिल युद्ध के बाद 26 जुलाई कारगिल विजय दिवस के रूप में देश की शानदार जीत की अमरकथा बन गया. भारतीय सेना के सैनिकों ने द्रास, काकसार, बाटलिक और टरटोक सेक्टरों में शानदार युद्ध किया. हमारे शहीदों और नायकों के साहस, वीरता और बलिदान को सलाम."
(इनपुट: एजेंसी ANI के साथ)