राजस्थान में भारी बारिश के बाद बिगड़े हालात! डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश
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राजस्थान में भारी बारिश के बाद बिगड़े हालात! डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश

Rajasthan News: राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से मानसून सक्रिय होने से कई जिलों में भारी बारिश दर्ज की जा रही है, जिसके चलते आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में डिप्टी सीएम दीया कुमारी सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से सड़को, पुलियाओं और अन्य मार्गों के हालातों का लगातार फीडबैक ले रही है 

Deputy CM Diya Kumari

Rajasthan News: प्रदेश में बारिश से गांवों का संपर्क टूट गया है. सड़कें टूट गई है. लोगों को बारिश में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े इसको लेकर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रमुख सचिव प्रवीण गुप्ता लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से सड़को, पुलियाओं और अन्य मार्गों के हालातों का लगातार फीडबैक ले रही है और हालात की लगातार मॉनिटरिंग कर रही है. 

डिप्टी सीएम ने दीया कुमारी ने अधिकारियों को दिए निर्देश
डिप्टी सीएम ने निर्देश दिए है कि सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी फील्ड में रहकर सड़कों और पुलियाओं का निरीक्षण करें. हर समय यातायात चालू रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि मार्ग अवरुद्ध होने की वजह से आमजन को कोई परेशानी न हो, इसलिए स्थानीय अधिकारी पूरी मुस्तैदी के साथ मार्गों को सुचारू रखें. यदि कहीं प्रमुख मार्ग पर जलभराव या तेज बहाव की समस्या है, तो अन्य न्यूनतम दूरी के वैकल्पिक मार्ग को दुरूस्त रखें, ताकि आमजन को चिकित्सा एवं अन्य आवश्यक सेवाओं का लाभ लेने में कोई बाधा या रुकावट नहीं आए. 

सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव प्रवीण कुमार गुप्ता फील्ड में तैनात अधिकारियों के लिए नौ बिंदुओं की एडवाइजरी जारी की हैं.

  1. क्षतिग्रस्त सड़क, पुल आदि पर चेतावनी बोर्ड लगाना, मिट्टी से भरे कट्टे लगाकर कटाव रोकना और सुरक्षा के लिए रस्सी लगाकर ‘रास्ता बन्द है’ का सूचना बोर्ड लगाना. 
  2. अवरूद्ध रास्तों, क्षतिग्रस्त सडकों को यथासम्भव यातायात योग्य बना कर यातायात चालू करवाएं.

  3. असुरक्षित पुलों पर यातायात रोकने की आवश्यकता होने पर स्थानीय प्रशासन का सहयोग लेकर यातायात रूकवाना.

  4. बरसात का पानी कम होने पर सड़क और पुलों का निरीक्षण करे, क्षति का आकलन कर एसडीआरएफ नॉमर्स अनुसार प्रस्ताव बनाकर जिला कलेक्टर के माध्यम से आपदा प्रबंधन विभाग, जयपुर को भिजवाया जाए जिससे रिपेयर, रेक्टीफिकेशन की स्वीकृति जारी हो सके.

  5. अत्यधिक क्षतिग्रस्त राजकीय भवनों को चिन्हित कर आमजन की सुरक्षा हेतु चेतावनी बोर्ड लगाएं.

  6. क्षतिग्रस्त भवन जो गिरने के हालात में है, उसके बारे में प्रशासन को सूचित करे, स्वीकृति प्राप्त कर गिराने की कार्यवाही करें.

  7. अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त सड़कों पर यातायात शीघ्र चालू करने हेतु आवश्यक संसाधन जैसे जेसीबी., टैक्टर, डम्पर इत्यादि किराये पर लेने की जानकारी तैयार कर रखें और इनकी किराये पर लेने की दर जिला प्रशासन से अनुमोदित करवा लें जिससे आपात स्थिति में इनका उपयोग किया जा सके.

  8. सभी अधिकारी, कर्मचारियों की छुट्टी तुरंत प्रभाव से निरस्त करें। अति आवश्यक होने पर अतिरिक्त मुख्य अभियंता स्तर पर पर ही अति आवश्यक छुटटी दी जाए.

  9. वाट्सअप ग्रुप में जनप्रतिनिधियों के माध्यम से और अन्य स्थान जहां-जहां रास्ता अवरुद्ध है उसकी सूचना सोशल और अन्य माध्यमों से लोगों तक पहुंचाएं ताकि आमजन को कठिनाइयों से बचाया जा सके.

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