REET Case: मंत्री के घर की दीवार पर 'नाथी का बाड़ा' लिखना पड़ सकता है महंगा, पुलिस कर रही ये सब
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REET Case: मंत्री के घर की दीवार पर 'नाथी का बाड़ा' लिखना पड़ सकता है महंगा, पुलिस कर रही ये सब

पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (Govind singh Dotasra) के सरकारी आवास की दीवार पर नाथी का बाड़ा लिखने के बाद भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर गिरफ्तारी का दबाव दिख रहा है.

भाजपा नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ ने पुलिस से पूछा कि कार्यकर्ताओं की गलती क्या है?

Jaipur: पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (Govind singh Dotasra) के सरकारी आवास की दीवार पर नाथी का बाड़ा लिखने के बाद भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर गिरफ्तारी का दबाव दिख रहा है. इस मामले में देर शाम पुलिस ने भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा समेत कुछ लोगों को नामजद किया है. 

गुरुवार दोपहर बाद भाजयुमो कार्यकर्ता लाठीचार्ज में घायल हुए अपने साथियों से मिलने उनके घर के लिए रवाना हुए, तो पुलिस की अलग-अलग गाड़ियों ने उनका पीछा किया. पूरे मामले को भांपते हुए भाजयुमो के नेता एक बार फिर से प्रदेश बीजेपी कार्यालय लौट आए. इन कार्यकर्ताओं का कहना था कि पुलिस ने कार्यालय में भी गाड़ी दाखिल कराने की कोशिश की. 

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पार्टी कार्यालय के बाहर पुलिस काफी देर तक भाजयुमो नेताओं का इंतजार करती रही. इस बीच भाजयुमो नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को पूरे मामले की सूचना दी गई. उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार अभियान के लिए गए सतीश पूनिया ने प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी से बात करके उन्हें पार्टी कार्यालय पहुंच कर पूरा मामला देखने के लिए बातचीत की.

भाजपा दफ्तर पहुंचे राजेंद्र राठौड़
बीजेपी कार्यालय पहुंचे उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने पुलिस के एसीपी भोपाल सिंह भाटी से पूछा कि आखिर भाजयुमो कार्यकर्ताओं की गलती क्या है? उनके खिलाफ एफआई आर कहां दर्ज हुई है? राठौड़ ने पुलिस के रवैए पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इस तरह भाजयुमो के लोगों के पीछे पुलिस की गाड़ी दौड़ाना ठीक बर्ताव नहीं है. उन्होंने कहा कि नाथी का बाड़ा लिखना भी कोई बुरी बात नहीं थी. राठौड़ ने कहा कि अगर चाहें तो उनके घर के बाहर भी नाथी का बाड़ा लिखवाया जा सकता है, क्योंकि नाथी तो पाली जिले की बहुत सम्मानीय महिला थीं. 

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राजेंद्र राठौड़ और अरुण चतुर्वेदी से हुए पुलिस के संवाद के बाद पुलिस ने बीजेपी कार्यालय के बाहर से गाड़ियां हटा लीं. इसके बाद राठौड़, अरुण चतुर्वेदी, राघव शर्मा, पंकज जोशी, सौम्या गुर्जर, पुनीत करनावट और हिमांशु शर्मा के साथ पार्टी के कई नेता कार्यकर्ता बीजेपी कार्यालय में जमावड़ा लगा कर बैठे रहे. पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खुले आसमान के नीचे बैठे बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी अलाव ताप कर सर्दी दूर भगाते दिखे. 

इस बीच प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने डीजीपी एमएएल लाठर से बातचीत की. राठौड़ ने डीजीपी के समक्ष भी पुलिस के रवैए पर ऐतराज जताते हुए कहा कि इस तरह बिना एफआईआर दर्ज किए कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए उनके पीछे पुलिस की गाड़ी दौड़ाना ठीक नहीं. डीजीपी ने भी इस मामले में पुलिस के अधिकारियों से बातचीत करने और बिना एफआईआर के भाजयुमो कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी नहीं करने का आश्वासन दिया. 

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उसके बाद ही बीजेपी नेता पार्टी कार्यालय से रवाना हुए. राजेंद्र राठौड़ और अरूण चतुर्वेदी ने भाजयुमो नेताओं को कहा कि अगर रात में भी पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश करती है तो तत्काल वरिष्ठ नेताओं को सूचना दी जाए. 

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