दलित शिक्षक की हत्या के मामले में हंगामा-शोरगुल, तीन बार स्थगित करनी पड़ी सदन की कार्यवाही, स्पीकर ने दिया ये आश्वासन
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2358924

दलित शिक्षक की हत्या के मामले में हंगामा-शोरगुल, तीन बार स्थगित करनी पड़ी सदन की कार्यवाही, स्पीकर ने दिया ये आश्वासन

Jaipur News: विधानसभा में शून्य काल के दौरान भारत आदिवासी पार्टी के धरियावाद विधायक थावरचंद ने हाल ही में हुई शिक्षक शंकरलाल मेघवाल की हत्या का मामला उठाया. 

symbolic picture

Jaipur News: विधानसभा में सोमवार को दलित शिक्षक शंकर लाल मेघवाल की हत्या के मामले में जमकर हंगामा और शोरगुल हुआ. विपक्ष में शंकर लाल को न्याय देने की मांग के साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की  ऐसे में तीन बार विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. विपक्ष सरकार से इस मामले में वक्तव्य देने की मांग कर रहा है.

.

विधानसभा में शून्य काल के दौरान भारत आदिवासी पार्टी के धरियावाद विधायक थावरचंद ने हाल ही में हुई शिक्षक शंकरलाल मेघवाल की हत्या का मामला उठाया. विधायक ने इस मामले में सरकार पर आरोप लगाया कि कन्हैयालाल टेलर की हत्या पर एक करोड़ का मुआवजा दिया गया. जबकि एक दलित की हत्या पर सिर्फ 31 लाख का मुआवजा दिया गया. यह भेदभाव स्वीकार नहीं हैं. देश में दो विधान नहीं है फिर यह पक्षपात क्यों? इसके अलावा धरियावाद में तीन दिन पहले एक परिवार की हत्या हुई है, उसके आरोपियों को सजा मिले. 

इस बीच पिलानी विधायक पितराम काला ने कहा कि दलितों के साथ ऐसी हत्या के सामाजिक कारण हैं. सलूंबर के दलित शिक्षक को इसलिए मार दिया गया कि उसने अपना घर प्रमुख जगह पर बना लिया था. इसके बाद विधायक ने भी दलितों की हत्या से जुड़े मामलों पर बात रखी उन्होंने सीकर, बीकानेर, शेरगढ सहित अन्य स्थानों पर हुई हत्या में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग और एक करोड़ का मुआवजा देने की मांग रखी. इससे सामाजिक तानाबाना खराब होता है. इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया.  नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दलित की हत्या पर सरकार जवाब नहीं दे रही हैं. इसके  बाद विपक्ष के सदस्य वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे. 

इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि दलितों पर अत्याचार करने वालों बैठ जाओ मैं जवाब दे रहा हूं. यह दलितों पर अत्याचार करने वाली कांग्रेस सिर्फ घड़ियाली आंसू बहा रही हैं. इनका एक ही लक्ष्य है विधानसभा की कार्यवाही नहीं चले. इनके राज में दलितों पर अत्याचार किए. उन्होंने हत्या की  सरकार पूरी जांच करवा कर सदन में एक दो दिनों में जवाब देगी. इसके बाद कहीं जाकर विपक्ष शांत नहीं हुआ. नारेबाजी चलती रही.  

इस प्रकार तीन बार हुई सदन की कार्यवाही स्थगित

विधानसभा में शोरगुल और हंगामा के कारण तीन बार  कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. पहली बार 12:45 बजे  कार्यवाही स्थगित की गई. इसके बाद 2:02 बजे फिर कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष करने लगा नारेबाजी. 

अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने हंगामा को देखते हुए 2:06 पर कार्यवाही आधा घंटे के लिए स्थगित कर दी. फिर  2:36 बजे कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष ने न्याय की मांग करते हुए नारेबाजी जारी रखी. इस पर सभापति संदीप शर्मा ने आते ही आधा घंटे के लिए कार्रवाई स्थगित कर दी. 

कल सदन में जवाब देगी सरकार

सदन की कार्यवाही 3.06 बजे शुरू हुई तो विपक्ष ने वेल में आकर नारेबाजी की.आसन पर आए विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने विपक्षी सदस्यों को सीट पर जाने का आग्रह किया और व्यवस्था दी कि इस बारे में कल मंत्री शून्यकाल के बाद जवाब देंगे. उसके बाद मामला शांत हुआ. 

Trending news