सूरत के मेहुल चोकसी ने PM नरेंद्र मोदी पर कर डाली पीएचडी, 9 साल बाद हुए सफल
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सूरत के मेहुल चोकसी ने PM नरेंद्र मोदी पर कर डाली पीएचडी, 9 साल बाद हुए सफल

सूरत की वीर नर्मद दक्षिण गुजरात की यूनिवर्सिटी ने इस वकील की थीसिस को मंजूर कर उसका नोटिफिकेशन जाहिर किया है.

सूरत के मेहुल चोकसी ने PM नरेंद्र मोदी पर कर डाली पीएचडी, 9 साल बाद हुए सफल

सूरत : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन से जुड़ी कोई भी कहानी साधारण नजर नहीं आती है. आरएसएस प्रचारक से लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री बनने और मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री बनने तक का सफर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दम पर किया है. सारी दुनिया जानती है. साल 2014 में भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ था कि कांग्रेस पार्टी के अलावा किसी और पार्टी को लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत मिला हो.

पीएम मोदी की कार्यशैली से प्रभावित होकर सूरत के एक वकील ने मोदी के ऊपर पीएचडी करने का ठान लिया था. नरेंद्र मोदी जब मुख्यमंत्री थे तब से मेहुल चौकसी नामके सूरत के रहने वाले वकील ने पीएम मोदी पर पीएचडी करने के लिए मेहनत शुरू की थी जो आज 9 साल बाद रंग लाई है. अब सूरत की वीर नर्मद दक्षिण गुजरात की यूनिवर्सिटी ने इस वकील की थीसिस को मंजूर कर उसका नोटिफिकेशन जाहिर किया है.

   
सूरत की जिला कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले सूरत के एडवोकेट मेहुल चौकसी ने एक खास तरह की प्रसिद्धी प्राप्त की है और वह एक खास विषय पर पीएचडी करके डॉक्‍टरेट हो गए हैं. मेहुल चौकसी ने अपनी पीएचडी की थीसिस तैयार करने के लिए जो विषय पसंद किया उस पर अभी तक कई पुस्तक लिखे जा चुके हैं. ये विषय है प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब एडवोकेट मेहुल चौकसी ने उनकी कार्यप्रणाली और उनकी काम करने की कार्यशैली से इतने प्रभावित हुए की अपनी पीएचडी के लिए नरेंद्र मोदी की गुड गवर्नेंस का विषय पसंद किया.

उन्होंने बताया की पिछले 9 साल से वह पीएम मोदी के गुड गवर्नेंस को लेकर रिसर्च कर रहे थे. उन पर थीसिस तैयार कर ली है. मोदी जब गुजरात के सीएम थे और केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब गुड गवर्नेंस के अवॉर्ड और योजनाओं पर रिसर्च शुरू की और खास डेटा कलेक्ट किए 
मेहुल चौकसी के लिए पीएम मोदी के गुड गवर्नेंस पर तैयारी करना कोई सरल काम नहीं था क्योंकि जब उन्होंने प्रधानमंत्री के गुड गवर्नेंस पर पीएचडी करने का सोचा तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.

तब अपने विषय के अनुसार मेहुल ने उस समय के मुख्यमंत्री मोदी पर रिसर्च करना शुरू किया. अपनी रिसर्च में मेहुल ने मोदी के मुख्यमंत्री के समय के कामों का उल्लेख किया. गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी ने किसानों, महिलाओं, बच्चों के लिए खास योजनाओं का क्रियान्वयन शुरू किया था.

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 ज्योतिग्राम योजना से लेकर बालिकाओं बनी योजनाओं का उल्लेख मेहुल ने अपनी रिसर्च में किया. महत्व की बात यह है कि साल 2012 में विधानसभा चुनाव जितने के बाद साल 2013 में नरेंद्र मोदी को भाजपा ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया और नरेंद्र मोदी ने अपने दम पर कांग्रेस और उसके सहयोगी पार्टियों को पछाड़कर बड़े बहुमत के साथ सरकार बनाईं. नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो गैर कांग्रेसी है और जिनकी सरकार को पूर्ण बहुमत मिला. मेहुल चौकसी ने अपने रिसर्च में मोदी के प्रधानमंत्री कार्यकाल का भी उल्लेख किया है. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए सबसे ज्यादा चर्चास्पद और विवादस्पद रही नोटबंदी और GST का भी उल्लेख रिसर्च में किया गया है. मेहुल का कहना है कि नोटबंदी का भले ही विरोध हुआ लेकिन उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिला बहुमत साबित करता है की नोटबंदी को लोगों ने स्वीकार किया. ऐसे ही GST का भी शुरुआत में विरोध हुआ था तब पीएम मोदी ने कहा था की GST में समय के हिसाब से जरुरत पड़ने पर बदलाव भी किया जाएगा और ऐसा ही हुआ शुरुआत में मुसीबत लग रहा GST आज काफी सारा बन चुका है. और देखा जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यकाल सबसे सफल माना जाता है.

मेहुल का कहना है कि नरेंद्र मोदी एक ऐसा व्यक्तित्व है जो मुसीबतों में से भी रास्ता ढूंढ लेते हैं और विजय प्राप्त करते हैं. उनके गुड गवर्नेंस के कारण आज गुजरात एक ऐसा राज्य रहा जिसकी कृषि दर में 5.6 की बढ़ोतरी रही.  साल 2019 में लोकसभा चुनाव की घोषणा अब जब हो गयी है, उस पर मेहुल का कहना है की चुनाव में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पाकिस्तान और आतंकवादियों को सबसे तगड़ा जवाब नरेंद्र मोदी ने दिया है, सर्जिकल स्ट्राइक करके मोदी ने देश और दुनिया को बता दिया कि भारत क्या कर सकता है. तो दूसरी तरफ कूटनीतिक दृष्टि से भी पाकिस्तान को दुनिया में अलग-थलग करने में पीएम मोदी को कामयाबी मिली.

सबसे बड़ी उपलब्धि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री होते हुए मिली है जो साल 2019 लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी चर्चा का विषय होगा. प्रधानमंत्री मोदी के अनेक प्रशंसक और चाहने वालो के बारे में सुनने मिलता है. लेकिन मेहुल चौकसी ने पीएम की कार्यशैली से प्रभावित होकर पीएचडी कर डाली और डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त कर ली.

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