Twin Tower को जमींदोज करने का बनाया था पूरा प्‍लान, लेकिन लाइमलाइट से रहे पूरी तरह दूर
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Twin Tower को जमींदोज करने का बनाया था पूरा प्‍लान, लेकिन लाइमलाइट से रहे पूरी तरह दूर

Noida Twin Towers Blast: कुतुब मीनार से भी ऊंचे 100 मीटर की ऊंचाई वाले ट्विन टावर को लगभग नौ सेकंड में 3,700 किलोग्राम विस्फोटक का उपयोग करके नीचे लाया गया. पूरी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए जेट डिमोलिशन के जो ब्रिंकमैन (Joe Brinkmann) ने ये बात कही.

 

Twin Tower को जमींदोज करने का बनाया था पूरा प्‍लान, लेकिन लाइमलाइट से रहे पूरी तरह दूर

Supertech Twin Towers: 28 अगस्त को नोएडा में सुपरटेक की ओर से बनाई गई भ्रष्टाचार की इमारत ट्विन टावर (Twin Tower) को धूल में मिला दिया गया. देश ने अब तक का सबसे बड़ा नियंत्रित विस्फोट देखा. कुतुब मीनार से भी ऊंचे 100 मीटर की ऊंचाई वाले ट्विन टावर को लगभग नौ सेकंड में 3,700 किलोग्राम विस्फोटक का उपयोग करके नीचे लाया गया. पूरी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए जेट डिमोलिशन (Jet Demolition) के जो ब्रिंकमैन (Joe Brinkmann) ने कहा कि भारत और मुंबई स्थित एडिफिस इंजीनियरिंग (Edifice Engineering) अब उन 100 मीटर क्लब में शामिल हो गए हैं, जिन देशों में ऐसे इमारतों को ध्वस्त कर दिया गया है.

जानिए आखिर कौन है जो ब्रिंकमैन? (Joe Brinkmann)

जेट डिमोलिशन के प्रबंध निदेशक और सीईओ जो ब्रिंकमैन (Managing Director and CEO Joe Brinkmann) वह व्यक्ति हैं जिन्होंने नोएडा ट्विन टावर्स विस्फोट (Noida Twin Towers Blast) को डिजाइन किया था. जो ब्रिंकमैन दक्षिण अफ्रीका स्थित कंपनी जेट डिमोलिशन के सीईओ हैं. डेवलपर द्वारा किराए पर ली गई एडिफिस इंजीनियरिंग ने इस जॉब के लिए जेट डिमोलिशन के साथ काम किया. जो ब्रिंकमैन ने कहा कि टावरों के विस्फोट के लिए वाटरफॉल इम्प्लोजन तकनीक लागू की गई थी क्योंकि घटनास्थल के करीब बहुत सारे आवासीय भवन भी बनाए गए थे.

 

 

बटन दबाने वाले अधिकारी ने कहा कुछ ऐसा

विस्फोट के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने के लिए सीबीआरआई, एडिफिस और आईआईटी चेन्नई द्वारा ब्लैक बॉक्स सहित 20 निगरानी प्रणाली स्थापित की गई थी. अगले विस्फोट परियोजना में क्या सुधार किया जा सकता है, यह देखने के अलावा अनुसंधान उद्देश्यों के लिए रिपोर्ट का उपयोग किया जाएगा. इमारतों को गिराने के लिए बटन दबाने वाले एडिफिस इंजीनियरिंग के अधिकारी चेतन दत्ता ने कहा, 'माहौल काफी शांत था और हम सभी एक-दूसरे को आश्वस्त कर रहे थे कि सब कुछ ठीक हो जाएगा. लेकिन, उसने स्वीकार किया कि उन्होंने विस्फोट से पहले बोलना बंद कर दिया था.'

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