इंडोनेशिया चर्च हमला: ISIS ने ली जिम्मेदारी, सीरिया से लौटे एक परिवार ने घटना को दिया अंजाम
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इंडोनेशिया चर्च हमला: ISIS ने ली जिम्मेदारी, सीरिया से लौटे एक परिवार ने घटना को दिया अंजाम

एक मां और उसकी दो बेटियों ने इंडोनेशिया के सुराबाया शहर के एक चर्च में खुद को विस्फोटक से उड़ा लिया, जबकि पिता और उसके दो बेटों ने सुरबाया की ही अन्य दो चर्चों को निशाना बनाया.

पूर्वी जावा प्रांत की राजधानी सुराबाया के पेंटेकोस्टल चर्च में धमाके के बाद वहां जलते मोटरसाइकिल. (Reuters/13 May, 2018)

जकार्ता: इंडोनेशिया में तीन गिरजाघरों पर बम हमलों को अंजाम देने वाला छह लोगों का परिवार सीरिया से लौटा था. इन हमलों में 13 लोगों की मौत हो गई थी. बीबीसी के मुताबिक, रविवार (13 मई) को हुए इन हमलों की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली थी. एक मां और उसकी दो बेटियों ने इंडोनेशिया के सुराबाया शहर के एक चर्च में खुद को विस्फोटक से उड़ा लिया, जबकि पिता और उसके दो बेटों ने सुरबाया की ही अन्य दो चर्चों को निशाना बनाया.

  1. हमलों को अंजाम देने वाला 6 लोगों का परिवार सीरिया से लौटा था.
  2. 3 चर्च पर हुए हमलों में 13 लोगों की मौत हो गई थी.
  3. इस्लामिक स्टेट ने ली थी हमलों की जिम्मेदारी.

नेशनल पुलिस प्रमुख टिटो कारनावियन ने कहा कि वे आईएस से प्रेरित नेटवर्क जेमाह अंशरुत दौला (जेएडी) से जुड़े हुए थे. बीबीसी के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि यह परिवार उन सैकड़ों इंडोनेशियाई परिवारों में से एक था, जो सीरिया से लौटे थे और जहां आईएस सरकारी बलों के खिलाफ लड़ रहा है. पुलिस ने बताया कि यह सभी विस्फोट दस मिनट के भीतर हुए थे, जबकि पहला धमाका सुबह साढ़े सात बजे हुआ था. 

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इस परिवार के इस संघर्ष में कथित तौर पर शामिल होने की कोई जानकारी नहीं मिली है. ये बम विस्फोट पिछले एक दशक से भी लंबे समय में इंडोनेशिया में हुए सबसे भयावह विस्फोटों में से एक थे. राष्ट्रपति जोको विडोडो ने घटनास्थलों में से एक का दौरा करने के बाद इसे 'बर्बर' करार देते हुए कहा कि उन्होंने पुलिस को मामले की जांच करने और दोषियों का नेटवर्क तोड़ने के आदेश दिए हैं.

जेएडी का प्रमुख था परिवार का मुखिया
पुलिस ने परिवार के मुखिया पिता की पहचान दिता ओप्रिआटरे के रूप में करते हुए कहा कि वह क्षेत्र में जेएडी का प्रमुख था. उसने अपनी पत्नी पुजी कुस्वाती और नौ एवं 12 साल की दो बेटियों को डिपोनेगोरो इंडोनेशियन क्रिश्चियन चर्चा में छोड़ दिया था, जहां तीनों ने स्वयं को विस्फोटक से उड़ा लिया.

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दोनों बेटे ने सांता मारिया चर्च को उड़ाया
पुलिस ने बताया कि इसके बाद दिता ने विस्फोटकों से भरी अपनी कार को सुराबाया सेंटर पेन्टेकोस्टल चर्च के मैदान में उड़ा दिया. उसके 16 और 18 साल के दो बेटे मोटरसाइकिल पर सवार होकर सांता मारिया कैथोलिक चर्च पहुंचे और स्वयं में विस्फोट कर दिया.

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