Trump's Mug Shot: जिस मगशॉट से लगा था ट्रंप की इमेज में बट्टा, उसी तस्वीर को यूं बनाया गया प्रेसिडेंशियल कैंपेन की ढाल
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Trump's Mug Shot: जिस मगशॉट से लगा था ट्रंप की इमेज में बट्टा, उसी तस्वीर को यूं बनाया गया प्रेसिडेंशियल कैंपेन की ढाल

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की बात करें तो पिछली बार के नतीजों को पलटने की कोशिश करने के आरोपी ट्रंप बेल पर बाहर होने के बावजूद पीछे हटने को राजी नहीं है. अपनी दावेदारी पर वो पानी की तरह पैसा बहा रहे हैं. इसी कड़ी में उनकी फजीहत करा रहे मगशॉट को उनकी कैंपेन टीम ने हथियार बना लिया है.

Trump's Mug Shot: जिस मगशॉट से लगा था ट्रंप की इमेज में बट्टा, उसी तस्वीर को यूं बनाया गया प्रेसिडेंशियल कैंपेन की ढाल

US Election Donald Trump: अमेरिका में प्रेसिडेंशियल कैंपेन के लिए ताल ठोक रहे डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने बढ़त बनाते हुए एक आपदा को अवसर में बदलने की कोशिश की है. इस मुहिम से कितनी कामयाबी हासिल होगी, ये तो वक्त ही बताएगा. फिलहाल तो टीम ट्रंप के इस फैसले से  चुनाव लड़ने के लिए फंड का इंतजाम होने लगा है वहीं नकारात्मक खबरों से उन्हें बाहर निकालने में यह फैसला कारगर साबित हो सकता है. इसी के साथ उनकी दावेदारी को नई ढाल मिल गई है.

टीम ट्रंप ने आपदा में ढूंढा अवसर

मुश्किलों को ढाल बना लेने वालों को रोकना आसान नहीं होता. हारी बाजी को जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं. ऐसे में ट्रंप कुछ भी करके फिर से राष्ट्रपति बनने को बेकरार हैं. टीम ट्रंप किसी 'जादू' की तलाश में है. माना जा रहा है कि कैंपेन की रेस में ट्रंप को आगे रखने के लिए ये प्रयोग किया गया है. दरअसल पिछले चुनानी नतीजों को पलटने के आरोप समेत ट्रंप पर कई धाराओं में केस चल रहे हैं. इस बीच उनकी अटलांटा जेल में आम कैदियों की तरह ली गई तस्वीर (मगशॉट) रिलीज होने से उनके विरोधी मान रहे थे कि इससे उनकी पहले से खराब इमेज और प्रभावित होगी, इस तरह वो रेस से धीरे-धीरे बाहर हो जाएंगे, लेकिन ट्रंप ने उसी मगशॉट को अपना हथियार बना लिया है. 

ट्रंप का आरोपों से इनकार

दरअसल ट्रंप की टीम ने उनके मगशॉट को प्रेसिडेंशियल कैंपेन का हथियार बनाते हुए उसे टी-शर्ट, फुल शर्ट, कॉफी मग, जैसी तमाम चीजों में तब्दील करते हुए बाजार में उतार दिया है. इन सभी उत्पादों में 'फ्री ट्रंप' और 'कभी सरेंडर मत करो' लिखा है.

टीम ट्रंप लोगों को यह समझाने में लगी है कि वो बेगुनाह हैं. वो ये भी कह रहे हैं कि आरोपों का डंट कर सामना करना चाहिए. ये प्रोडक्ट मार्केट में आ चुके हैं. जिनकी कीमत 15 से 35 डॉलर है. इस तरह से व्हाइट हाउस पहुंचने की रेस में ट्रंप के ऐतिहासिक मगशॉट को भुनाने की कोशिश की गई है.

क्या होता है मगशॉट

वैसे तो किसी इंसान के कंधे तक की तस्वीर को मगशॉट तस्वीर कहा जाता है. पुलिस कैदियों की जो तस्वीरें शेयर करती है उसे भी मगशॉट कहा जाता है. अमेरिका में किसी भी आरोपी और कैदी की गिरफ़्तारी के बाद मगशॉट लेना अनिवार्य होता है. कानून लागू करने वाली एजेंसी को गिरफ्तार किए गए शख्स का फोटोग्राफिक रिकॉर्ड रखना पड़ता है. इस रिकॉर्ड की मदद से एजेंसी और पीड़ित उसकी पहचान आसानी से कर पाते है.

हाल ही में ट्रंप ने अटलांटा जेल में सरेंडर किया था. और ट्रंप के मगशॉट को वेबसाइट में अपलोड किया गया था. जेल के रेकॉर्ड में ट्रंप को एक गोरा पुरुष, लंबाई 6 फीट 3 इंच और वजन 215 पाउंड (97 किलोग्राम) बताया गया है, जिसके बाल सुनहरे या स्ट्रॉबेरी और नीली आंखें हैं. उसका कैदी नंबर P01135809 था.

पावर ट्रांसफर रोकना चाहते थे ट्रंप

अमेरिका में पिछले राष्ट्रपति चुनाव नवंबर 2020 में हुए थे. नतीजे आने के बाद ट्रंप ने हार स्वीकार करने से इनकार करते हुए झूठ फैलाया था कि उनकी जीत हुई है. इसके बाद छह जनवरी, 2021 को यूएस कैपिटल हिंसा हुई. ट्रंप के समर्थकों ने व्हाइट हाउस में घुसकर तोड़-फोड़ की और अधिकारियों पर हमला कर चुनावी गिनती को भी बाधित किया. 2020 के अमेरिकी चुनाव के परिणामों को पलटने के डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों की जांच कर रहे विशेष वकील ने 45 पेज की चार्जशीट दायर की थी. इसमें ट्रंप के खिलाफ चार आरोप लगाए गए थे- अमेरिका को धोखा देने की साजिश, सरकारी कार्यवाही में बाधा डालने की साजिश, किसी आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालना और बाधा डालने का प्रयास करना और अधिकारों के खिलाफ साजिश. राजधानी वाशिंगटन में मची अफरातफरी की तस्वीरें पूरी दुनिया में वायरल हुई थी. तब ट्रंप के विरोधियों ने कहा था कि ये लोकतंत्र का गला घोटने की कोशिश थी.

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