भीमा कोरेगांव मामले में NIA ने कबीर कला मंच से जुड़े तीन लोगों को किया गिरफ्तार

सीपीआई माओवादी ने 'कबीर कला मंच' के बैनर तले एक कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए सुधीर धावले और रोना विल्सन से कहा था. इस कार्यक्रम का उद्देश्य भीमा कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ के मौके पर दलित संगठनों को एकजुट करके सरकार के ख़िलाफ़ जनता के गुस्से को भड़काना था.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 8, 2020, 09:36 PM IST
    • गिरफ्तार किए गए आरोपियों को मंगलवार को मुंबई स्थित एनआईए विशेष अदालत में पेश किया गया
    • तीनों आरोपियों को पूछताछ के लिए चार दिन की एनआईए हिरासत में भेजा गया है.
भीमा कोरेगांव मामले में NIA ने कबीर कला मंच से जुड़े तीन लोगों को किया गिरफ्तार

नई दिल्लीः महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव और एल्गार परिषद मामले की जांच कर रही NIA एक कदम और आगे बढ़ी है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में कबीर कला मंच से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में जांच एजेंसी की ओर से मंगलवार को जानकारी दी गई है. एनआईए ने एक महिला समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. कबीर कला मंच को प्रतिबंधित आतंकी संगठन सीपीआई माओवादी का फ्रंटल संगठन बताया जाता है. 

प्रतिबंधित संगठन सीपीआई माओवादी से जुड़े तीनों
जानकारी के मुताबिक, मामले में गिरफ्तार लोगों में 32 साल के सागर तात्याराम गोरखे, 36 साल के रमेश मुरलीधर और 33 साल की ज्योति हैं. तीनों पुणे के रहने वाले हैं. एनआईए ने इन तीनों पर 124A, 153A, 505(1)(B), 117 और 34 लगाई गई है.

इसके साथ ही यूएपीए का 13,16,18,18B, 20, 39, 40 सेक्शन भी जोड़ा गया है. पुणे पुलिस ने इस मामले में अपनी चार्जशीट में कबीर कला मंच को प्रतिबंधित संगठन सीपीआई माओवादी से जुड़ा बता चुकी है.

चार दिन की हिरासत में भेजे गए तीनों
गिरफ्तार किए गए आरोपियों को मंगलवार को मुंबई स्थित एनआईए विशेष अदालत में पेश किया गया. तीनों आरोपियों को पूछताछ के लिए चार दिन की एनआईए हिरासत में भेजा गया है. एजेंसी ने कहा कि मामले की आगे की जांच की जा रही है.

पुणे पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, 'सीपीआई माओवादी ने 'कबीर कला मंच' के बैनर तले एक कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए सुधीर धावले और रोना विल्सन से कहा था. इस कार्यक्रम का उद्देश्य भीमा कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ के मौके पर दलित संगठनों को एकजुट करके सरकार के ख़िलाफ़ जनता के गुस्से को भड़काना था."

1 जनवरी 2018 को हुआ था भीमा कोरेगांव
एक आपराधिक साज़िश के तहत 'भीमा कोरेगांव शौर्यदिन प्रेरणा अभियान' के बैनर तले 1 जनवरी 2018 को सुधीर धावले और हर्षाली पोतदार ने 'कबीर कला मंच' के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर सरकार के ख़िलाफ़ भीड़ जुटाई थी. 

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