चंडीगढ़ः चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद भगवंत मान मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आपा खो बैठे. मीडिया ने जब भगवंत मान से पार्टी की विपक्ष के तौर पर भूमिका को लेकर सवाल किया तो वह पत्रकारों से ही भिड़ गए. इतना ही नहीं, मान ने अकाली दल के नेता सुखबीर बादल को मंदबुद्धि बच्चा तक कह दिया. मोहाली स्थित पार्टी ऑफिस में भगवंत मान प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. इस दौरान एक पत्रकार ने सवाल किया कि पंजाब सरकार के खिलाफ अकाली दल तो जगह-जगह प्रदर्शन कर रहा है लेकिन बतौर विपक्ष आम आदमी पार्टी पूरे परिदृश्य से नदारद है. इस सवाल पर भगवंत मान भड़क गए.
प्रेसवार्ता का कर दिया बहिष्कार
भगवंत मान ने सवाल पूछने वाले मीडियाकर्मी से कहा कि अकाली दल कहीं भी नहीं है. विपक्ष के तौर पर विधानसभा में सबसे ज्यादा सवाल 'आप' ने ही पूछे हैं. फिर भगवंत मान ने पत्रकार से यह भी कहा कि क्या सारे सवाल तू ही पूछेगा. इन बातों को लेकर हंगामा बढ़ता चला. आनन-फानन भगवंत मान वहां से चले गए और मीडियाकर्मियों ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस का बहिष्कार कर दिया.
#WATCH Verbal spat between AAP MP Bhagwant Mann and a journalist, during a press conference in Chandigarh. pic.twitter.com/9csQthaODG
— ANI (@ANI) December 24, 2019
इस पूरी घटना के बाद भगवंत मान ने दूसरे पत्रकारों से कहा कि कोई और सवाल पूछें. इसके बाद जिस पत्रकार पर भड़के उससे कहा कि क्या तुमने ठेका ले रखा है, सारे सवाल पूछने का. भगवंत मान की इस तरह की प्रतिक्रिया पर पत्रकार ने कहा कि यह कैसी बात है तो इस पर भगवंत मान तैश में आकर खड़े हो गए और कहा कि, 'हां फिर तुम बताओ कैसी बात है. बीच-बचाव में जब कुछ लोग आए तो इसके बाद भगवंत मान फिर सवाल का जवाब देने के लिए बैठ गए. तब पत्रकार ने कहा कि हम आपसे सवाल ही नहीं पूछेंगे, इसके बाद भगवंत मान वहां से चले गए.
पहले भी आपा खो चुके हैं मान
आप नेता भगवंत मान पर पहले भी आपा खोने व गलत व्यवहार करने के आरोप लग चुके हैं. संसद के अंदर जाने से लेकर पूरी प्रक्रिया का वीडियो फेसबुक पर अपलोड कर आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत सिंह मान विवादों से घिर गए थे. लोकसभा में इस मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ था. यही नहीं लोकसभा में कई सांसदों ने भगवंत मान पर आरोप लगाया है कि वह शराब पीकर चले आते हैं. स्पीकर ने भी माना कि उन्हें शिकायत मिली थी. हालांकि इस मुद्दे पर भगवंत मान ने कहा कि बिना सबूत के आरोप लगाना ठीक नहीं है.