PK ने जदयू को बताया बड़ा भाई, नीतीश बोले NDA में सब ठीक-ठाक

बिहार NDA में एक बार फिर से आपसी खींचतान दिखने लगी है. जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने बिहार में जदयू को भाजपा से बड़ी पार्टी बताया तो भाजपा नेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी. इसके बाद नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा और जदयू के बीच सब कुछ ठीक ठाक है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 31, 2019, 02:02 PM IST
    • PK ने बिहार में जदयू को बताया बड़ा भाई
    • नीतीश बोले NDA में सब ठीक-ठाक
    • प्रशांत किशोर ने शुरू किया विवाद
PK ने जदयू को बताया बड़ा भाई, नीतीश बोले NDA में सब ठीक-ठाक

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के मुद्दे को लेकर जहां भाजपा और जदयू के नेताओं के बीच सियासी बयानबाजी चरम पर है तो वहीं इसी बीच मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा है कि विवाद जैसी कोई बात नहीं है, सब ठीक है. बता दें कि दोनों दलों में नागरिकता कानून और NRC को लेकर कई मतभेद हैं.

प्रशांत किशोर ने शुरू किया विवाद

 रविवार को जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने बिहार में जदयू को बड़ी पार्टी बताते हुए बड़ा बयान दिया था और कहा था कि पुराना फॉर्मूला नहीं चलेगा, नए फॉर्मूले पर सीट का बंटवारा किया जाना चाहिए. इस समय बिहार विधानसभा में भाजपा से ज्यादा विधायक जदयू के हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में जदयू को आगामी चुनाव में 50 फीसदी से ज्यादा सीटें मिलनी चाहिए. बीजेपी से सीट बंटवारे को लेकर इस बार चुनाव में अनुपात 1:1.3 या 1:1.4 ही रहेगा और भाजपा को जदयू के इस प्रस्ताव पर विचार करना चाहिए.

सुशील मोदी ने साधा था निशाना

प्रशांत किशोर के इस बयान पर बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने जवाब दिया था. उन्होंने तंज कसते हुए कहा था कि जो लोग किसी विचारधारा के तहत नहीं बल्कि चुनावी डाटा जुटाने और नारे गढ़ने वाली कंपनी चलाते हुए राजनीति में आ गए, वे गठबंधन धर्म के विरुद्ध बयानबाजी कर विरोधी गठबंधन को फायदा पहुंचाने में लगे हैं.

नीतीश बोले- गठबंधन में सब ठीक

बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार राजग में सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है. किसी को कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है. प्रशांत किशोर के बयान पर जदयू नेता आरसीपी सिंह ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि मीडिया के सामने सीट बंटवारा नहीं होता. प्रशांत किशोर ने उन्हें परिस्थितियों का उपमुख्यमंत्री बताते हुए कहा था कि 2015 में हार के बाद भी परिस्थितिवश उप मुख्यमंत्री बनने वाले सुशील मोदी से राजनीतिक मर्यादा और विचारधारा पर भाषण सुनना सुखद अनुभव है.

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