Who Defeated Prajjwal Revanna: कई महिलाओं से रेप के आरोपी सस्पंडेड जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना को लोकसभा चुनाव 2024 में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है. कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से प्रज्ज्वल रेवन्ना को कांग्रेस के उम्मीदवार श्रेयस पटेल ने बड़े अंतर से मात दी है.
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Hassan seat Karnataka Result: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे में विपक्षी कांग्रेस को पहली खुशखबरी दक्षिण में कर्नाटक से मिली है. हास सीट से जेडीएस उम्मीदवार और कई महिलाओं से रेप के आरोपी प्रज्ज्वल रेवन्ना को कांग्रेस के प्रत्याशी श्रेयस एम पटेल ने बड़े अंतर से हरा दिया. इसके साथ ही लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को पहली सीट पर आधिकारिक जीत मिली है.
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श्रेयस पटेल ने 44 हजार से ज्यादा वोटों से हासिल की जीत
श्रेयस पटेल ने 44 हज़ार से ज़्यादा वोटों से जीत हासिल की है. हालांकि, इस चुनाव में प्रज्ज्वल रेवन्ना की जीत की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन उनकी उम्मीद को बड़ा झटका लगा है. पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद रेवन्ना जर्मनी भाग गए थे. वहां से देश लौटते ही उन्हें महिला पुलिस टीम ने एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया था. आइए, जानते हैं कि कांग्रेस नेता श्रेयस पटेल कौन हैं?
Rape accused and JD(S) candidate from Karnataka's Hassan, Prajwal Revanna (in file pic) trailing from the seat.
Congress candidate Shreyas. M Patel leading from the seat with a margin of 43,719 votes.
#LokSabhaElections2024 pic.twitter.com/OHaIoDh74f
— ANI (@ANI) June 4, 2024
हासन लोकसभा सीट पर देवेगौड़ा और पटेल परिवार में 40 साल से संघर्ष
हासन लोकसभा सीट देवेगौड़ा और पटेल परिवार में 40 साल पुराना पारिवारिक और सियासी संघर्ष तीसरी पीढ़ी के प्रत्याशियों के साथ फिर से चर्चा में आ गया था. पिछले साल विधानसभा चुनाव में होलेनरसीपुर सीट पर जनता दल (सेक्युलर) के वरिष्ठ नेता एच.डी. रेवन्ना को 31 साल के श्रेयस एम. पटेल ने कड़ी टक्कर दी थी. इसके कारण ही पटेल को हासन से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस का टिकट मिला.
विधानसभा चुनाव में प्रज्ज्वल के पिता रेवन्ना से हार गए थे श्रेयस पटेल
पूर्व मंत्री स्वर्गीय जी. पुट्टस्वामी गौड़ा के पोते श्रेयस पटेल होलेनरसीपुर सीट पर पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के बेटे और पूर्व मंत्री तथा पांच बार के विधायक रेवन्ना के खिलाफ 3,152 वोटों के मामूली अंतर से हार गए थे. हालांकि, रेवन्ना चुनाव जीत गए थे, लेकिन हासन के राजनीतिक विश्लेषकों ने अंतर को देखते हुए इसे “व्यावहारिक रूप से हार” करार दिया. पटेल की बहादुरी भरी लड़ाई ने पार्टी के कई कार्यकर्ताओं और नेताओं को प्रभावित किया था.
दोनों उम्मीदवार के दादा भी कई बार कर चुके हैं दो-दो हाथ
दिलचस्प बात यह है कि पुट्टस्वामी गौड़ा ने कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद 1985 में पहली बार तत्कालीन जनता पार्टी के देवेगौड़ा के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था. वह चुनाव हार गए थे. बाद में उन्होंने 1989 के विधानसभा चुनाव में और फिर 1999 के लोकसभा चुनाव में देवेगौड़ा को हराया था. रेवन्ना और पुट्टस्वामी गौड़ा ने 1994 और 2004 में होलेनरसीपुर विधानसभा सीट के लिए चुनाव लड़ा था. दोनों ही मौकों पर श्री रेवन्ना जीते थे.
श्रेयस पटेल की मां अनुपमा ने भी चुनाव में आजमाई किस्मत
साल 2006 में पुट्टस्वामी गौड़ा के निधन के बाद उनकी बहू एस.जी. अनुपमा ने 2008 और 2013 के विधानसभा चुनावों में रेवन्ना के खिलाफ चुनाव लड़ा और दोनों ही मौकों पर हार गईं. 2019 में देवेगौड़ा ने अपने पोते प्रज्वल रेवन्ना के लिए हासन लोकसभा सीट छोड़ दी. इसके साथ ही तीसरी पीढ़ी चुनावी मैदान में उतरी और जीत हासिल की. दूसरी ओर, अनुपमा के बेटे श्रेयस पटेल भी चुनावी राजनीति में उतरे और हासन जिला पंचायत के लिए चुने गए. पहली बार, उन्होंने 2023 में विधानसभा चुनाव का सामना किया और प्रज्जवल रेवन्ना के पिता को कड़ी टक्कर दी थी.
प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ कांग्रेस ने बनाया चुनावी मुद्दा
कर्नाटक के हासन लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान हुआ. इस सीट पर मतदान के तुरंत बाद ही ये अश्लील वायरल वीडियो का पूरा विवाद खड़ा हो गया था. इस विवाद ने पूरे देश के लोगों को झकझोर कर रख दिया था. जेडीएस सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और हासन के सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना पर कथित तौर पर कई महिलाओं के रेप और प्रताड़ना का आरोप लगा है. जेडीएस के भाजपा के साथ एनडीए में शामिल रहने को
लेकर कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष मे चुनावी मुद्दा बनाया था.